कानपुर,नन्हे-मुन्नों का कराया अन्नप्राशन, माताओं को मिली फाइलेरिया से बचाव की सीख

सामूहिक दवा सेवन अभियान के दौरानफाईलेरिया से बचाव की दवा जरुर खाएं

कानपुर नगर 13 दिसंबर 2022
फाइलेरिया जैसे गंभीर संक्रामक रोग से मुक्तिदिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग तत्पर है। नाइट सर्वे और रोग प्रबंधन और प्रशिक्षणके माध्यम से लोगों को जागरूक बनाया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को जहाँ एकऔर सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में नन्हे-मुन्नों बच्चों के लिए अन्नप्राशन दिवस काआयोजन हुआ वहीँ दूसरी और फाइलेरिया नेटवर्क समूह के सदस्यों द्वारा केंद्रों मेंउपस्थित माताओं सहित आँगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को फाइलरिया से बचाव की सीखभी दी गयी।
ब्लॉक कल्याणपुर के आँगनवाड़ी केंद्र सचेंडीप्रथम एवं द्वितीय, बिनौर, बिसार व कटरा भैसौर और ब्लॉक घाटमपुर केआँगनवाड़ी केंद्र भद्रास प्रथम , परासमें फाइलेरिया नेटवर्क सदस्यों ने फ्लिप बुक के माध्यम से महिलाओं को फाइलेरिया सेबचाव के तरीके समझाए तथा बच्चों को फुल आस्तीन के कपड़े पहनाने के लिए प्रेरितकिया।

ब्लॉक कल्याणपुर में फाइलेरिया नेटवर्क सदस्यजयशंकर बाजपाई और केसरवानी ने बताया की फाइलेरिया जिसे हाथीपांव से भी जाना जाताहै, यह मादा क्यूलैक्स मच्छर के काटने सेफैलने वाला एक दर्दनाक रोग है। मच्छर गंदगी में पैदा होते हैं।इसलिए इस रोग से बचना है, तो आस-पास सफाई रखना जरूरी है। दूषितपानी, कूड़ा जमने ना दें, जमे पानी पर कैरोसीन तेल छिड़क करमच्छरों को पनपने से रोकें,सोने के समय मच्छरदानी का उपयोग करें।एक तरफ जहां मरीजों का उपचारएवं प्रबंधन तो दूसरे तरफ ज्यादा से ज्यादा लोगों को साल में एक बार दवा का सेवनकराना आवश्यक है।

ब्लॉक घाटमपुर में फाइलेरिया नेटवर्क सदस्यमुन्नी देवी और राजेंद्र ने बताया की फाइलेरिया एक ऐसा रोग है जो सही नहीं हो सकता, लेकिन इससे ग्रसित व्यक्ति दवा का पूरासेवन और प्रभावित अंग की देखरेख करके रोग को बढ़ने से नियंत्रित कर सकता है और एकसमान्य जीवन जी सकता है। दवाई की खुराक पूरी नहीं करने पर यह रोग शारीरिक औरमानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए नुकसानदायक है। सभी सरकारी चिकित्साकेन्द्रों पर डीईसी दवा उपलब्ध है।

लक्षण दिखें तो डाक्टर से संपर्क करें

जिला मलेरिया अधिकारी एके सिंह बताते हैं की कियदि ज्यादा दिनों तक बुखार रहे, पुरुषके जननांग में या महिलाओं के स्तन में दर्द या सूजन रहे और खुजली हो, हाथ-पैर में भी सूजन या दर्द रहे तोतुरंत चिकित्सक से संपर्क कर जाँचकराये। मरीज नियमित रूप से बताये गए दवा का सेवनकरें और सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) अभियान के दौरान अपने परिवार और आसपास के लोग कोदवा का सेवन जरूर करने के लिए प्रेरित करें। दो साल से कम, गर्भवती और गंभीर रूप से बीमारीव्यक्तियों को छोड़कर सभी लोगों का इस दवा का सेवन करना चाहिए।

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