अटरियादस हजार से कम की धनराशि जमा ना होने पर SBI उपभोक्ता परेशान
रिपोर्ट, योगेंद्र पाण्डे
अटरिया सीतापुर जनपद की अटरिया एसबीआई शाखा मे ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों के बचत खाते में 10000 से कम रुपए की धनराशि जमा करने से मना करने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है परेशान उपभोक्ताओं ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया वह पिछले कई महीनों से बैंक शाखा कर्मचारियों द्वारा ₹10000 की धनराशि जमा करने से मना कर देने से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जानकारी के अनुसार बैंक कर्मचारियों द्वारा 10000 से नीचे की धनराशि जमा करने पर उन्हें बैंक शाखा के कुछ दूरी पर बैठे बैंक मित्र के पास जाने को बोल दिया जाता है जहां बैंक मैं आए ग्राहकों की जमा निकासी एवं नहीं खाता खोलने की प्रक्रिया की जाती है जहां पहले से ही अत्यधिक भीड़ होने से चिलचिलाती धूप में ग्राहक अधमरे से हो जाते हैं परेशान को भुगतान बैंक कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहां संबंधित बैंक मित्र को बढ़ावा देने के चलते बैंक कर्मचारी 10000 से कम की धनराशि को खातों में जमा करने से इंकार कर रहे हैं जबकि पास ही में मौजूद अन्य बैंक चाहे वाह इलाहाबाद ग्रामीण बैंक की शाखा हो या एचडीएफसी बैंक की शाखा के किसी भी छोटी धनराशि को संबंधित बचत खातों में आसानी से जमा कर रही हैं फिर भारतीय स्टेट बैंक कर्मचारी उनके ही खातों में धनराशि जमा करने से इनकार करते हैं बताया जा रहा है के बैंक कर्मचारियों की मनमानी एवं ग्राहको के साथ रुखा व्यवहार के कारन उपभोक्ता परेशां हो रहे है। ग्राहकों के बैंक संबंधित समस्याओं को दुर करने के प्रति बैंक कर्मी गंभीर नज़र नहीं आते है। बोलानी एसबीआई के कर्मचारियों के तानाशाह रवैया के कारण अब ग्राहक अटरिया एसबीआई से अपने ऐकाउंट को बंद करने का कार्य आरंभ कर दिया।
स्थानीय बैंक ग्राहको ने अपनी प्रतिक्रिया और आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि बैक में कार्यरत एक महिला कर्मचारी का व्यवहार ग्राहकों के प्रति सबसे ज्यादा ख़राब है। जब भी कोई ग्राहक महिला कर्मी के काउंटर पर जाकर केवाईसी या खाता संबंधित किसी अन्य कार्यों के लिए पूछताछ करते हैं तो वो ग्राहको पर क्रोधित हो जाती है उन्हें डाँटते हुए टाल-मटोल कर देती है