गोरखपुर,सुपाच्य खाना खाएं, पानी और तरल पदार्थों का करें सेवन-सीएमओ

भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बताए बचाव के उपाय

दोपहर बारह बजे से शाम चार बजे तक बाहर निकलने से परहेज की अपील

विशेष परिस्थिति में पूरी तैयारी के साथ ही घर से बाहर निकलने की सलाह

गोरखपुर, 21 अप्रैल 2023

भीषण गर्मी और बढ़े हुए तापमान के बीच स्वास्थ्य विभाग ने बचाव के उपाय सुझाए हैं। विभाग की अपील है कि लोग दोपहर बारह बजे से शाम चार बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें । अगर विशेष परिस्थिति में बाहर निकलना भी पड़े तो पूरी तैयारी के साथ ही जाएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने लोगों से अपील की है कि वह सुपाच्य भोजन ही करें और पानी के साथ ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें । बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर तौर पर बीमार लोगों को घर से बाहर दिन के समय बिल्कुल न निकलने दें ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस समय लू लगने और डायरिया का खतरा काफी बढ़ गया है। इन दोनों बीमारियों का लक्षण दिखते ही यथाशीघ्र 108 नम्बर एम्बुलेंस को कॉल कर सरकारी अस्पताल जाना चाहिए । अगर सिरदर्द, बुखार, उल्टी, अत्यधिक पसीना, बेहोशी आना, कमजोरी महसूस होना, शरीर में ऐंठन या नब्ज के असामान्य होने की शिकायत है तो यह लू का लक्षण हो सकता है । ऐसे लक्षण दिखने पर मरीज को छायादार जगह पर लिटाना चाहिए । उसके कपड़े ढीले कर देने चाहिए और कच्चे आम के पना जैसे पेय पदार्थ देने चाहिए। शरीर का तापमान घटाने के लिए ठंडे पानी की पट्टियां रखी जानी चाहिए । ऐसे मरीज को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर चिकित्सकीय परामर्श अवश्य दिलवाएं ।

डॉ दूबे ने बताया कि धूप में खाली पेट बिल्कुल नहीं निकलना है । साफ पानी हमेशा साथ रखना है और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना है । घर में बने फलों के जूस, सत्तू, मठ्ठा आदि का सेवन करके ही बाहर निकलें। मिर्च मसाले वाले भोजन से परहेज करना है और बासी भोजन तो बिल्कुल न करें। कूलर या एयरकंडीशन में से निकल कर सीधे धूप में नहीं जाना है। कम से कम धूप में निकलना है ।

उन्होंने बताया कि इस बार कई दिनों तक हीट वेव चलने की आशंका है जिसके प्रति स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। दस्तक पखवाड़े के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के जरिये लोगों को इस बारे में संदेश दिया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में भी आ रहे मरीज

पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ मणि शेखर बताते हैं कि उनके यहां प्रतिदिन 350 से 400 की ओपीडी हो रही है जिसमें कम से कम 20 मरीज धूप लगने और उल्टी डायरिया के ही आ रहे हैं । सरदारनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ हरिओम पांडेय ने बताया कि प्रतिदिन की 100 से 150 की औसत ओपीडी में से दो से तीन मरीज उल्टी दस्त के ही आ रहे हैं । जैनपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी पवन बताते हैं कि प्रतिदिन 15 से 20 मरीज केंद्र पर आते हैं और उनमें तीन से चार मरीज धूप लगने या फिर उल्टी दस्त के ही होते हैं ।

ऐसे रखना होगा ख्याल
सीएमओ का कहना है कि लोग जब घर से बाहर निकलें तो भरपेट पानी पी लें। सूती, ढीले और आरामदायक कपड़े पहन कर ही बाहर निकलें। धूप में अपना सिर टोपी, कपड़ा और छतरी से ढक कर रखें । पानी, छाछ, ओआरएस का घोल, घर पर बनी लस्सी, नीबू पानी और आम के पना का सेवन करते रहें । घर से ताजा भोजन करके ही बाहर निकलें। सड़क के किनारे बिकने वाले कटे हुए फल, ठेलों पर बिकने वाले असुरक्षित पेय और किसी भी प्रकार के खोवे की मिठाई के सेवन से परहेज करें।

इन बातों का भी रखें ध्यान

• मास्क लगा कर ही घर से बाहर निकलें । यह लू के साथ-साथ कोविड और अन्य संक्रामक बीमारियों से भी बचाता है।
• खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन बिल्कुल न करें। ऐसे स्थानों के पेय पदार्थ का भी सेवन न करें। साफ पानी साथ लेकर चलें।
• हाथों को साबुन पानी या सैनेटाइजर से साफ करते रहें ।
• बीपी, शुगर और ह्रदय के मरीज नियमित दवा का सेवन करें।
• बीपी और शुगर के मरीज नियमित जांच कराते रहें ।
• पूरी बांह के हल्के कपड़े पहने और सोते समय मच्छदारी का प्रयोग अवश्य करें।
• ठंडे पानी का सेवन न करें।
• खाने में ताजा व हरे सलाद का सेवन ज्यादा करें। हरी साग सब्जियों को आहार में शामिल करें।

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