गोरखपुर,समय से कैंसर की पहचान और इलाज से जी सकते हैं सामान्य जीवन-सीएमओ

विश्व कैंसर दिवस पर जिले भर में आयोजित की गयीं जनजागरूकता की गतिविधियां

सर्वाइकल कैंसर के प्री कैंसरस स्टेज में जिला महिला अस्पताल में हो सकेगा इलाज

गोरखपुर, 04 फरवरी 2023

अगर समय से कैंसर की पहचान हो जाए और इलाज करवा लिया जाए तो सामान्य जीवन जी सकते हैं । दिक्कत तब ज्यादा बढ़ जाती है जबकि लक्षणों को नजर अंदाज कर लोग चिकित्सक के पास देर से पहुंचते हैं। उक्त जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि विश्व कैंसर दिवस पर इस मुख्य संदेश के साथ जिले के अलग अलग स्थानों पर जनजागरूकता सम्बन्धित गतिविधियां आयोजित की गयीं । इस दौरान महिलाओं से जुड़े कैंसर और खासतौर से सर्वाइकल कैंसर के बारे में लोगों को जागरूक किया गया ।

सीएमओ ने बताया कि चाई संस्था के सहयोग से प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के हाथों उन्हें थर्मल स्कैनिंग मशीन दी गयी है । इस मशीन से सर्वाइकल कैंसर के प्री कैंसरस स्टेज में जिला महिला अस्पताल में इलाज हो जाएगा। महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए 30 से 60 साल के आयु के बीच इसकी जांच अवश्य करानी चाहिए। हयूमन पेपीलोमा वायरस (एचपीवी) टीका भी इससे बचाव का उपाय है जो 14 वर्ष की आयु वर्ग में किशोरियों को छह छह महीने के अंतराल पर दो बार लगवाना चाहिए। कैंसर से बचाव के लिए संतुलित पौष्टिक भोजन का सेवन, वजन पर नियंत्रण, धुम्रपान, तम्बाकू सेवन से परहेज, नियमित व्यायाम और सुरक्षित यौन सम्बन्ध जैसे उपायों पर जोर देना होगा । अगर किसी महिला को शरारिक सम्बन्ध के दौरान खून निकलने, मेनोपाज के बावजूद रक्तस्राव, दो माहवारियों के बीच में अचानक रक्तस्राव, पीठ या पेडू में लगातार दर्द रहने, शारीरिक सम्बन्ध के बाद खून या पानी आने, पेशाब करते समय दर्द जैसे लक्षण हों तो सर्वाइकल कैंसर की जांच अवश्य करवानी चाहिए।

डॉ दूबे ने बताया कि आशा कार्यकर्ता की मदद से नजदीकी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कैंसर के स्क्रिनिंग की सुविधा भी उपलब्ध है। स्क्रिनिंग के बाद लक्षणों की पुष्टि होने पर संभावित मरीज को रेफर कर दिया जाता है । राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण पांच (2019-2021) के अनुसार जनपद की 1.8 फीसदी महिलाएं सर्वाइकल कैंसर की जांच, 1.3 फीसदी महिलाएं स्तन कैंसर की जांच के लिए और 0.9 फीसदी महिलाएं ओरल कैंसर की जांच के लिए आगे आईं । इस हालात में बदलाव लाना होगा और ऐसा वातावरण तैयार करना होगा कि महिलाएं कैंसर की जांच के लिए आगे आएं। महिलाओं में बच्चेदानी के मुंह का कैंसर, ओवरी कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, वेजाइनल कैंसर और प्रजनन अंग के बाहरी भाग का कैंसर सामान्यतया पाया जाता है जिसकी समय से पहचान और इलाज आवश्यक है ।

थीम के बारे में किया गया जागरूक

सीएमओ ने बताया कि खजनी में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप त्रिपाठी की देखरेख में ओपीडी के मरीजों को बीमारी के बारे में जागरूक किया गया । लोगों को बताया गया कि इस वर्ष विश्व कैंसर दिवस की थीम ‘‘क्लोज द केयर गैप’’ है। इस थीम का आशय है कि बीमारी की रोकथाम व इलाज के आड़े आने वाली बाधाओं को दूर किया जाए । एएनएम ट्रेनिंग सेंटर में भी जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया । गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत डॉ प्रतीक श्रीवास्तव की देखरेख में लोगों को जागरूक किया गया । जिले के अन्य कई स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लोग बीमारी के प्रति जागरूक किये गये।

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