लखीमपुर,माहवारी स्वच्छता की अलख जगा रही एक टीन एज बेटी

– नुक्कड़ नाटक से समुदाय को कर रही जागरूक

लखीमपुर। मासिक धर्म (माहवारी) के दौरान साफ-सफाई न रखने से हम कई तरह के संक्रमण से ग्रसित हो जाते हैं। इस दौरान माहवारी स्वच्छता प्रबंधन करके ही हम संक्रमण से बच सकते हैं। यह कहना है नकहा ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के कक्षा आठ की छात्रा मुस्कान यादव का। महज 13 साल की उम्र की मुस्कान अपनी नौ अन्य सहेलियों के साथ सामुदायिक बैठक, नुक्कड़ नाटक और परिचर्चा कर लोगाें को यह बता रही है कि नियमित मासिक धर्म किसी शर्म या संकोच का विषय नहीं बल्कि किसी भी महिला के प्राकृतिक रूप से स्वस्थ होने की निशानी है। हर महिला के जीवन में यह एक प्राकृतिक क्रिया किशोरावस्था में शुरू होती है और एक निश्चित उम्र तक जारी रहती है।


विद्यालय की छात्राओं को माहवारी सहित अन्य बीमारियों की जानकारी और रोकथाम के लिए विद्यालय की वार्डेन सुनैना वर्मा के निर्देशन में नुक्कड़ नाटक मंचन समिति भी बनाई गई है। जिसकी अध्यक्ष मुस्कान यादव हैं। विद्यालय की पूर्णकालिक शिक्षिका डॉ. नीतू रॉय बताती हैं कि विद्यालय के बेटियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की जानकारी देने और समय पर सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी मुस्कान ने सम्हाल रखी है। इसके साथ ही यहां पर हर साल प्रवेश लेने वाली बेटियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर आधारित लघु फिल्म “पहेली की सहेली” भी दिखाई जाती है। इस दौरान यह बेटियां माहवारी के दौरान होने वाली शारीरिक समस्याओं पर खुलकर चर्चा करती है। इस दौरान भी मुस्कान विद्यालय की दूसरी छात्राओं को माहवारी के दौरान संतुलित आहार, सामान्य व्यायाम, स्वच्छता एवं अधिक दर्द होने पर गर्म पानी की सिंकाई करने की सलाह देती है। विद्यालय में आयोजित होने वाले मीना मंच कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की छात्राओं के साथ मुस्कान इस संवेदनशील मुद्दे पर खुलकर चर्चा करती है। इसके अलावा छुट्टियों के दिनों में जब वह अपने घर जाती है, तो अपने और आसपास के गांवों में किशोरियों को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन का पाठ भी पढ़ाती है।
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*इन बेटियों का भी है योगदान —*
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय नकहा की नुक्कड़ नाटक की टीम में मुस्कान यादव के अलावा विद्या तिवारी, किरन, काजल, अंशी वर्मा, मानवी राज, तुलसी सिंह, नैना, शीतल मौर्या व वर्षा मौर्या शामिल हैं।
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*यह है सरकार की योजना —*
सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने बताया कि माहवारी के दौरान साफ-सफाई न रखने से बच्चेदानी के मुंह का कैंसर(सर्वाइकल कैंसर), थायरॉयड में दिक्कत, डायबिटीज और सीलिएक डिजीज हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि माहवारी स्वच्छता प्रबंधन को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा किशोरी सुरक्षा योजना का संचालन किया जा रहा है। इससे न केवल माहवारी स्वच्छता हासिल हो रही है, बल्कि पेल्विक संक्रमण, सूजन एवं मासिक धर्म संबंधी परेशानियों की दर में भी कमी आ रही है। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक सचिन गुप्ता बताते हैं कि इस योजना के तहत कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की छात्राओं को साल भर के प्रयोग के लिए सैनिटरी पैड दिए जाते हैं। बीते वर्ष जिले में 1,76,744 किशोरियों 25 लाख सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए गए हैं।

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