बुलडोजर पर बवाल सरकार पर सवाल अधिकारी मस्त जनता त्रस्त मर रहे किसान
लखनऊ /लखनऊ
सूबे की राजधानी लखनऊ की तहसील बख्शी तालाब के थाना इटौंजा के अंतर्गत भाजपा कार्यकर्ता द्वारा एनएच हाईवे सीतापुर रोड इटौंजा में 6 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी 5 माह बाद भी शासन और प्रशासन नहीं कर सका कोई मांगे पूरी क्षेत्र में इसको लेकर आक्रोश व्याप्त ।
6 सूत्री मांगों को लेकर भाजपा कार्यकर्ता किसानों के साथ बैठे हैं धरने पर भाजपा कार्यकर्ता तिरंगा महाराज ने बताया इटौंजा में बस स्टॉप नहीं है जिससे क्षेत्रवासियों को राजधानी आवागमन में बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है इटौंजा में बस वाले रोकते नहीं है और कैसरबाग मे इटौंजा बताने पर बैठाते नहीं उल्टा दूसरी बस में बताकर भटकाते रहते हैं। साथ ही ना ही एनएच हाईवे पर कट है जिससे जाम लग जाता है जिससे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है कई बार तो एंबुलेंस भी फंस जाती है। महराज ने कहा भू माफियाओं के द्वारा गोमती नदी पर कब्जा कर नदी को धारा को मोड़ दिया गया है साथ ही सैकड़ों बीघा सरकारी भूमि पर भी अवैध तरीके से कब्जा कर लिया गया है जिसपर कार्यवाई की जाए।
महाराज ने कहा क्षेत्र में कोई कन्या डिग्री कॉलेज नहीं है कन्या डिग्री कॉलेज ना होने से क्षेत्र की महिलाओं में शिक्षा का अभाव है ग्रामीण क्षेत्र से शहर 30 किलोमीटर दूरी होने से बहुत से ग्रामीण अपनी बेटियों को बहनों को शिक्षा के लिए शहर नहीं भेज पाते हैं जिससे उनकी शिक्षा पर प्रभाव पड़ता है इस प्रकार की जुनूनी मांगों को लेकर भाजपा कार्यकर्ता तिरंगा महाराज क्षेत्रीय किसानों के साथ 26 अगस्त से धरने पर बैठे हैं ।
धरना स्थल पर क्षेत्रीय विधायक योगेश शुक्ला कई बार पहुंचे हैं और उच्च अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के लिए निर्देशित भी किया है पर अभी तक किसी भी प्रकार से किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ है जो कि अंति गंभीर और चिंता का विषय है
धरना स्थल पर कई बार उप जिलाधिकारी बीकेटी उप जिलाधिकारी मलिहाबाद वह तहसीलदार पहुंचे हैं और भाजपा कार्यकर्ता और किसानों से धरना खत्म करने का आग्रह किया है पर भाजपा कार्यकर्ता तिरंगा महाराज ने भी ठान रखा है जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक आंदोलन बंद नहीं होगा ।
किसानो की मांगो को लेकर मंगलवार दस जनवरी को भारतीय किसान यूनियन सावित्री गुट ने तिरंगा महाराज को अपना समर्थन दिया था जहां पर सावित्री सिंह के नेतृत्व मे भारी संख्या में किसान यूनियन के कार्यकर्ता धरने पर पहुंचे थे और जमकर नारेबाजी कर भू माफियाओं पर कार्रवाई की माँग की थी।
वही बता दें उप जिलाधिकारी मलिहाबाद और उप जिलाधिकारी बीकेटी ने धरना स्थल पर पहुंच कर ज्ञापन लिया था और एक हफ्ते में समस्याओं के समाधान की बात कही थी जिसको लेकर भाजपा कार्यकर्ता व किसान यूनियन के लोगों ने सक्षम अधिकारियों की बात मानते हुए सक्षम अधिकारियों का धन्यवाद कर ज्ञापन सौपा था।
भाजपा ने कार्यकर्ता तिरंगा महाराज ने कहां है कि अब दोनों सक्षम अधिकारियों के संज्ञान में मामला है और उन्होंने हमारा ज्ञापन लिया है जब तक हमारी समस्या का समाधान ना हो जाए और गोमती नदी घोटाले की विधिवत जांच ना हो जाए तब तक किसी भी उपजिलाधिकारी का हस्तांतरण न किया जाए
उप जिलाधिकारी महोदय ने धरना स्थल पर बताया था कि 1 हफ्ते में सभी समस्याओं पर उच्च अधिकारियों से वार्ता कर समाधान के लिए उचित प्रयास होंगे साथ ही जो गोमती नदी में भू माफियाओं के द्वारा कब्जा किया गया है और दीवाल बनाकर धारा को मोड़कर जघन्य अपराध किया गया है उस पर सख्त और कठोर कार्रवाई की जाएगी । साथ ही जो सीबीआई की मांग व अन्य समस्या है वह भी पत्र के माध्यम से सीबीआई व शासन प्रशासन में भेज दी जाएगी।
देश व प्रदेश में भाजपा सरकार है फिर भी क्यों नहीं हो रही है भाजपा कार्यकर्ता की सुनवाई
भाजपा कार्यकर्ता के द्वारा लंबे समय से प्रदर्शन किए जाने व उसके बाद समस्याओं के समाधान ना होने पर कई प्रश्न खड़े हो गए देश और प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार है और प्रधानमंत्री किसानों के हित की बात हर मंच से करते हैं मुख्यमंत्री खुद हिंदूवादी हैं और वह नदियों की साफ सफाई और स्वच्छता की बात और योजनाएं चलाते हैं उसी डबल इंजन की भाजपा सरकार में न किसानों की समस्याओं के समाधान हो रहा है ना ही गोमती नदी को कब्जा मुक्त किया जा रहा है। साथ ही बस स्टॉप व अन्य क्षेत्रीय समस्याओं पर भी समाधान नही हो रहा है जिससे बीजेपी सरकार की के ऊपर भी बड़ा सवाल खड़ा हो चुका है जिससे लखनऊ के साथ-साथ आसपास के जिलों में भी एक चर्चा का विषय बना हुआ है
नीलांश वाटर पार्क मे कई आईएएस अधिकारियों व सफेदपोश नेता का लगा है काला पैसा
सूत्रों की माने तो नीलांश वाटर पार्क में कई आईएएस अधिकारियों और सफेदपोश नेताओं का काला पैसा लगा हुआ है जिसकी वजह से अधिकारी हाथ डालने से कतरा रहे हैं जबकि साफतौर से गोमती नदी घोटाले का पर्दाफाश हो चुका है फिर भी अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं जिससे सरकार के अधिकारियों पर बड़ा प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से ही न्याय की आस सीबीआई जांच हुई तो होगे बड़े-बड़े खुलासे
गोमती नदी को कब्जा मुक्त कराने के लिए 6 साल से वह लड़ाई लड़ रहे तिरंगा महाराज को न्याय की आस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ही दिख रही है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ही गोमती नदी को कब्जा मुक्त करा सकते हैं और किसानों को न्याय दे सकते हैं। तिरंगा महाराज ने बताया कई अधिकारी व नेताओं के काले कारनामों की वजह से यहां पर गोमती नदी कब्जा की गई है और उन्हीं का दो नंबर का पैसा यहां पर खपाया गया है । जिसका वह पर्दाफाश कर रहे हैं पर भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से कार्रवाई नहीं हो पा रही जिस दिन सीबीआई जांच शुरू हो गई उसी दिन गोमती नदी घोटाले का पर्दाफाश हो जाएगा और न्याय मिलेगा
आईएएस अधिकारियों का नाम नहीं खोला
तिरंगा महाराष्ट्र जो हमारे संवाददाता ने अधिकारियों के नाम पूछे तो वह टाल गए उन्होंने किसी भी अधिकारी का नाम नहीं बताया और कहा वह सिर्फ मुख्यमंत्री और सीबीआई को ही अधिकारियों का नाम बताएंगे