इटावा,फाइलेरिया रुग्णता प्रबंधन पर ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शुरू

15 फाइलेरिया रोगियों को दी गई एमएमडीपी किट

इटावा 19 अप्रैल 2023।

राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सोमवार से फाइलेरिया रुग्णता प्रबंधन प्रशिक्षण की शुरुआत महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से हुई। इस प्रशिक्षण में प्रत्येक ब्लॉक के कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर व स्वास्थ्य कर्मी सहित स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जायेगा। 25 अप्रैल तक क्रमवार सभी आठों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मोर्बिडिटी मैनेजमेंट व डिसेबिलिटी प्रिवेंशन (एमएमडीपी) के बारे में कार्यशाला के दौरान एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गीताराम ने बताया कि इस प्रशिक्षण के द्वारा सीएचओ अपने-अपने क्षेत्र की आशा, एएनएम,आंगनबाड़ी् व आशा को जनमानस में फाइलेरिया के इलाज के संदर्भ में बेहतर जानकारी दे पाएंगे और जिससे लोग फाइलेरिया की दवा खाने के लिए प्रेरित होंगे। जिला मलेरिया अधिकारी नीरज दुबे ने बताया कि मंगलवार को राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर फाइलेरिया रुग्णता प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ। उन्होंने बताया कि महेवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर15 फाइलेरिया रोगियों को एमएमडीपी किट में बाल्टी, मग तौलिया, साबुन,और लोशन का वितरण भी किया गया। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। उन्होंने बताया कि क्यूलैक्स मच्छर जब फाइलेरिया संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो उसे भी संक्रमित कर देता है। जिससे संक्रमण के लक्षण 5 से 15 साल में उभरकर सामने आते हैं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया के बचाव के लिए साल में एक बार और लगातार 5 साल तक दवा का सेवन जरूर करना चाहिए।

पाथ संस्था से रीजनल एनडीटी ऑफिसर डॉ शिवकांत ने इस कार्यशाला में सभी स्वास्थ्य कर्मियों को फाइलेरिया प्रभावित मरीजों को किस प्रकार प्रभावित अंग को धोना और सुखाने के तरीके के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया से ग्रसित रोगी रात में सोते समय जिस पैर में समस्या है उस पैर को बिस्तर के नीचे तकिया रख कर थोड़ा सा ऊपर उठा कर सोएं व उन्होंने मरीजों को नियमित व्यायाम कराने के विभिन्न चरणों के संदर्भ में भी विस्तार पूर्वक बताया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ गौरव त्रिपाठी और डॉ अजय विक्रम ब्लॉक स्तरीय बीसीपीएम और सीएचओ उपस्थित रहे।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित फलेरिया से ग्रसित किरण देवी ने बताया कि वह पिछले कुछ सालों से फाइलेरिया से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि जब से मैं फाइलेरिया की दवा का सेवन कर रही हूं मुझे आराम मिला है और मेरे पैर की सूजन भी कम हुई है। मेरी स्थिति अब स्थिर है रोग अधिक नहीं बढ़ पा रहा नियमित व्यायाम से मुझे चलने फिरने की दिक्कत से भी निजात मिली है।

सलेमपुर निवासी सुरेंद्र ने बताया कि मैं पिछले 2 सालों से फाइलेरिया से ग्रसित हूं और मैंने डॉक्टर्स की सलाह से जब से दवा का सेवन शुरू किया और नियमित व्यायाम करने लगा तो मुझे आराम मिला है और मेरे पैर की सूजन नहीं बढ़ी।

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