सीएचसी घाटमपुर में फाईलेरिया नेटवर्क सदस्यों हुए प्रशिक्षित
कानपुर 18 मई 2023
फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। इसको लेकर विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। जिले
में 10 अगस्त से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सामुदायिक सहभागिता को सुनिश्चित करने का प्रयास
किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाटमपुर में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार
) द्वारा गठित फाईलेरिया नेटवर्क क़े सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण में अभियान की बारीकियों व दवाओं के खिलाने के संबंध में पूरी जानकारी दी गई। साथ ही दावा के साथ साथ
फाइलेरिया से बचाव के लिए लोगों को दी जाने वाली जानकारी से अवगत कराया गया। इस दौरान अलग-अलग उम्र के
लोगों को दवा खिलाने के नियमों की जानकारी दी गई। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं व गंभीर रूप से
बीमार लोगों को भी दवा नहीं खिलाई जाएगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाटमपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ कैलाश चंद्र ने कहा कि जिले में दवा सेवन कार्यक्रम चलना है। इसमें हम सभी दवा का सेवन करना है और दवा सेवन के लिए अपने परिवार के अन्य सदस्य व आसपास के लोगों को भी प्रेरित करना है। प्रशिक्षक डॉ अनिकेत कुमार (पाथ) ने फाइलेरिया रोग उसके प्रसार और कुशल प्रबंधन के लिए फाइलेरिया मरीजों को प्रशिक्षित किया और फाइलेरिया के प्रसार को रोकने के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि विभाग का प्रयास है कि समाज से फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी को खत्म किया जाए। यह जिम्मेदारी हम सभी निभानी होगी।
मरीजों ने रखी अपनी बात:
नेटवर्क के एक सदस्य ने बताया की मैं 15 वर्षो से फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से जीवन काफी कष्टदायक हो गया है।
लेकिन मेरा संकल्प है कि आने वाली पीढ़ी और वर्तमान पीढ़ी के लोगों को यह बीमारी न हो उसके लिए जागरूक करें।
दवा सेवन अभियान चलने वाला है उसमें हमलोग विभाग को सहयोग करेंगे ताकि गांव और समाज से यह कलंक मिटा
सके।
एक सदस्य ने कहा की मुझे कई वर्षो से दोनों पैर में फाइलेरिया बीमारी है। शरीरिक पीड़ा के साथ-साथ मानसिक पीड़ा
भी झेलना पड़ता है। नेटवर्क के माध्यम से गांव के अन्य लोगों को जागरूक करना हमारी जिम्मेदारी है। ताकि सभी लोग
दवा का सेवन करें और इस गंभीर बीमारी से बचाव कर सके।
एक सदस्य ने बताया की हम सब लोगों को इस दायित्य को समझते हुए सामूहिक रूप से फाइलेरिया जैसे गंभीर रोग से
लड़ना होगा और इसे पूरी तरह समाप्त करना होगा। हम चाहते है कि जो पीड़ा हम और मेरा परिवार महसूस कर रहा है
वो गांव के अन्य लोगों को न हो उसके लिए हम लोग प्रयास कर रहे है। ताकि अधिक से अधिक लोग दवा का सेवन करें
और बीमारी से बचाव हो सके।
इस दौरान सीफार के जिला समन्वयक सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।