अतिक्रमण पर पुलिस का सख्त रुख: सिधौली के बाड़ी में रास्ते के विवाद पर पुलिस-प्रशासन मौके पर, तनाव की स्थिति

संवाददाता,, नरेश गुप्ता

सिधौली सीतापुर: प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद सीतापुर के सिधौली कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बाड़ी गांव में एक सार्वजनिक रास्ते के निर्माण को लेकर भारी तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। दरअसल, गांव में बन रहे इस रास्ते में एक घर का जीना (सीढ़ियां) अतिक्रमण कर रहा था, जिसे हटाने का निर्देश दिए जाने के बाद भी संबंधित पक्ष द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, और लोग पुलिस तथा प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

क्या है पूरा मामला?

बाड़ी गांव में ग्राम पंचायत द्वारा एक पुराने रास्ते को दुरुस्त कर उसे पक्का करने का कार्य शुरू किया गया था। यह रास्ता कई दशकों से उपयोग में लाया जा रहा है और गांव के एक बड़े हिस्से के लिए आवागमन का मुख्य मार्ग है। रास्ते के निर्माण कार्य के दौरान यह पाया गया कि गांव के ही एक निवासी का मकान और उसकी सीढ़ियां (जीना) रास्ते की सीमा में आ रही हैं, जिससे रास्ते की चौड़ाई बाधित हो रही थी।


ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत के अन्य सदस्यों ने संबंधित परिवार से इस अतिक्रमण को हटाने के लिए अनुरोध किया, ताकि रास्ते का निर्माण बिना किसी बाधा के पूरा हो सके। शुरुआत में तो परिवार ने इस पर सहमति जताई, लेकिन बाद में उन्होंने अपने जीने को हटाने से साफ इनकार कर दिया। उनका तर्क था कि यह उनका निजी निर्माण है और वे इसे नहीं हटाएंगे।

ग्रामीणों का आक्रोश और पुलिस की दखल

परिवार के इस रवैये से गांव के अन्य लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। उनका कहना था कि एक व्यक्ति की जिद की वजह से पूरे गांव को असुविधा हो रही है। ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत स्थानीय प्रशासन से की। शिकायत मिलने के बाद सिधौली कोतवाली पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों से बातचीत की और अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया।

जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो वहां भारी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए और उन्होंने अपनी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखा। ग्रामीणों का कहना था कि प्रशासन को इस तरह के सार्वजनिक रास्ते पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत हटाना चाहिए, ताकि निर्माण कार्य पूरा हो सके और लोगों को परेशानी न हो। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि नियमों के अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा करने नहीं दिया जाएगा।

प्रशासन की चेतावनी और अगली कार्रवाई

पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने संबंधित परिवार को सख्त चेतावनी दी है कि यदि वे स्वेच्छा से अतिक्रमण नहीं हटाते हैं, तो प्रशासन बुलडोजर का इस्तेमाल कर उसे हटा देगा। अधिकारियों ने परिवार को एक निश्चित समय सीमा दी है, जिसके बाद यदि वे निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।


इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सार्वजनिक रास्तों और जमीनों पर अतिक्रमण की समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। प्रशासन के इस सख्त रुख से यह संदेश गया है कि अब इस तरह के मामलों में किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जाएगी। गांव में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस की निगरानी बनी हुई है, ताकि किसी भी तरह के तनाव को रोका जा सके। ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही यह रास्ता पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा और उन्हें राहत मिलेगी।

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