
संवाददाता,, नरेश गुप्ता
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने मेरठ के शताब्दी नगर में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एमडीए ने अवैध रूप से बन रही अब्दुल्ला रेजीडेंसी को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इस अवैध कॉलोनी पर आरोप था कि यहां सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों को ही प्लॉट बेचे जा रहे थे।
एमडीए के अधिकारियों के मुताबिक, यह पूरी कॉलोनी सरकारी जमीन पर बिना किसी इजाजत के बनाई जा रही थी। इस मामले में गैंगस्टर शारिक और उसके साथियों का नाम सामने आया है, जिन पर भू-माफिया होने का आरोप है।

पुलिस और एमडीए की संयुक्त टीम ने जब मौके पर कार्रवाई की, तो वहां से बड़ी मात्रा में अवैध निर्माण सामग्री और मशीनरी जब्त की गई। बिल्डर द्वारा किए गए इस अवैध कब्जे को पूरी तरह से हटा दिया गया है। इस कार्रवाई से यह साफ संदेश दिया गया है कि सरकारी जमीन पर किसी भी तरह का अवैध कब्जा या किसी भी समुदाय विशेष के नाम पर होने वाला भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस मामले में बिल्डरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो गई है।

उनके खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने और अवैध निर्माण करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी अवैध कॉलोनियों से समाज में तनाव बढ़ सकता है।
फिलहाल, पुलिस गैंगस्टर शारिक और उसके साथियों की तलाश कर रही है ताकि इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जा सके। प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी इस तरह के अवैध निर्माणों और भेदभावपूर्ण गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
