
वाराणसी: राजातालाब, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जर्जर हालत में राजातालाब का संगम तालाब, जीर्णोद्धार और अमृत सरोवर की आवश्यकता, राजातालाब की शान का प्रतीक
बरसाती जल को सहेजने के लिये कस्बे में संगम तालाब अनदेखी के कारण दुर्दशा का शिकार हो गया है।अब ये जर्जर हालत मे है। काफी समय से साफ सफाई नही होने से चारो ओर गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। शाम होते-2 शराबियों की आश्रय स्थली बन जाता है। जगह- जगह जंगली धासे उगकर दीवारो को खोखला और जर्जर कर रही है। यहां कुछ साल पहले समाजसेवियों के अभियान द्वारा समाजसेवियो और जनसेवको द्वारा समय समय पर तालाब की सफाई कर मिट्टी को भी निकाला जाता था लेकिन अब तो वह भी बन्द है। साथ ही तालाब का जिर्णोद्धार कर नया स्वरुप (अमृत सरोवर) प्रदान करने की घोषणा भी की गयी थी।

पुराने समय मे जल संरक्षण को ध्यान मे रखते हुए तालाब का निर्माण करवाया गया था, लेकिन समय बीतने के साथ ज़िम्मेदार इस और ध्यान देना बंद कर दिया। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि ये तालाब अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। तालाब के चारो और बनाई चार दीवारी भी जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गई।

ग्रामीणों के अनुसार इस तालाब का निर्माण पशु पक्षियों व मनुष्यों के पीने के लिये करवाया गया था। लेकिन अनदेखी के कारण खराब हो गया। कचनार गांव का यह तालाब गाँव की प्राचीन धरोहर है इसे संरक्षण और विकास की आवश्यकता है। इस तालाब ने अपने भविष्य की गर्त में कई इतिहास को संजोये रखा है।
