सिधौली,, प्राचीन श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण पर उठी गंभीर आपत्ति, श्रद्धालुओं व संत समाज की भावनाओं के अनुरूप धनराशि का हो रहा उपयोग

( शिकायत करता)

संवाददाता,, नरेश गुप्ता

सिधौली/सीतापुर।
नगर पंचायत सिधौली के अंतर्गत स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण को लेकर अब स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं, सम्मानित संत समाज और मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से गंभीर आपत्ति दर्ज की गई है।

भाजपा युवा मोर्चा के नेता आलोक त्रिपाठी ने अपने लेटर पैड के माध्यम से एक विस्तृत प्रार्थना पत्र संलग्न कर प्रशासन से इस विषय पर उचित कार्यवाही करने की मांग की है। यह प्रार्थना पत्र नगर के ही पीयूष कुमार शुक्ल द्वारा प्रस्तुत किया गया है।

स्वीकृत धनराशि और उठे सवाल

पत्र के अनुसार वंदन योजना के तहत नगर पंचायत सिधौली को श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के सौंदर्यीकरण हेतु 1,22,39,000 रुपये की धनराशि स्वीकृत हुई थी। किन्तु अब तक इस स्वीकृत राशि का उपयोग केवल कुछ सीमित कार्यों तक ही सिमटा हुआ है।

उदाहरणस्वरूप

मंदिर प्रांगण में टीनशेड का निर्माण जिसकी लागत 9.18 लाख बताई गई है।

बड़ा कक्ष निर्माण कार्य जिसकी लागत 39.54 लाख रुपये है।

याचिका में यह कहा गया है कि इतने विशाल बजट में से केवल कुछ ही कार्य कराए गए हैं, जबकि मंदिर के संपूर्ण विकास हेतु आवश्यक कार्य अधूरे पड़े हैं।

प्रबंधन समिति व श्रद्धालुओं की नाराजगी

प्रार्थना पत्र में यह स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि मंदिर प्रबंधन समिति और संत समाज से बिना परामर्श किए कार्यों का प्रस्ताव पारित किया गया। जबकि समिति द्वारा बार-बार मंदिर के व्यापक विकास एवं “भव्य स्वरूप” निर्माण का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।

मंदिर प्रबंधन समिति ने विशेष रूप से निम्न कार्यों पर जोर दिया था –

मुख्य मंदिर का शिखर व मंडप का निर्माण

श्रद्धालुओं हेतु सुविधाओं का विस्तार

रास्तों व मुख्य द्वार का सुंदरीकरण

इंटरलॉकिंग सड़क व पक्की बाउंड्री

इसके बावजूद, समिति के प्रस्तावों को नजरअंदाज कर केवल आंशिक कार्यों की स्वीकृति देना श्रद्धालुओं और नागरिकों की भावनाओं के विपरीत बताया जा रहा है।

जनभावनाओं के अनुरूप संशोधन की मांग

पत्र में यह स्पष्ट कहा गया है कि जब तक मंदिर प्रबंधन समिति, संत समाज और स्थानीय नागरिकों से संवाद कर उनकी भावनाओं के अनुरूप विकास कार्य नहीं किए जाते, तब तक मंदिर का वास्तविक सौंदर्यीकरण अधूरा ही रहेगा।

इसलिए, भाजपा युवा मोर्चा के नेता आलोक त्रिपाठी ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि –

मंदिर सौंदर्यीकरण से जुड़े कार्यों की पुनः समीक्षा की जाए।

प्रबंधन समिति व श्रद्धालुओं की राय के अनुरूप नए प्रस्ताव स्वीकृत किए जाएं।

स्वीकृत 1.22 करोड़ रुपये की धनराशि का सही व पारदर्शी तरीके से उपयोग सुनिश्चित किया जाए।

क्षेत्रीय महत्व और आस्था का केंद्र

गौरतलब है कि श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर न केवल सिधौली कस्बे बल्कि पूरे जनपद के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आते हैं। ऐसे में मंदिर का सुंदरीकरण केवल एक विकास कार्य नहीं बल्कि श्रद्धा और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण का प्रतीक है।

अपील

अंत में, प्रार्थना पत्र में प्रशासन से आग्रह किया गया है कि मंदिर विकास कार्यों में पारदर्शिता और जनभागीदारी सुनिश्चित कर इस ऐतिहासिक धरोहर को भव्य स्वरूप देने की दिशा में शीघ्र कदम उठाए जाएं।

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