सिधौली,, आम के बाग विवाद में बड़ा एक्शन: ₹10,000 की रिश्वत लेते दारोगा रंगे हाथ गिरफ्तार, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप!

( पीड़ित किसान नेता पंकज सिंह)
संवाददाता,, नरेश गुप्ता
सिधौली सीतापुर: भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन टीम ने सिधौली कोतवाली क्षेत्र की चौड़िया पुलिस चौकी में तैनात दारोगा अरुण कुमार शर्मा को चौड़िया पुलिस चौकी में ही ₹10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। एक किसान नेता की शिकायत पर हुए इस एक्शन से पूरे जनपद के पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। दारोगा पर आरोप है कि उसने फर्जी मुकदमा खत्म करने के एवज में यह रिश्वत मांगी थी।

क्या था पूरा मामला?
यह पूरा प्रकरण आम के बाग के किराए से जुड़े एक विवाद से संबंधित है।
- पीड़ित किसान नेता पंकज सिंह (ग्राम सर्व हरदोई निवासी) ने लखनऊ निवासी मुईजुद्दीन से दो वर्षों के लिए ₹2,00,000 में आम का बाग फसल के लिए लिया था।
- पंकज सिंह के अनुसार, वह मुईजुद्दीन को पहले ही ₹1,50,000 दे चुके थे और शेष ₹50,000 अगली फसल पर देने का करार था।
- शिकायत में पंकज सिंह ने बताया कि आरोपी मुईजुद्दीन अब धोखाधड़ी करके बाग किसी और को बेचना चाह रहा था। साथ ही, मुईजुद्दीन और उसके रिश्तेदार उन्हें पैसे न देने पर गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दे रहे थे।
फर्जी मुकदमा दर्ज करने का आरोप
पीड़ित पंकज सिंह ने जब अपनी शिकायत आईजीआरएस (IGRS) के माध्यम से सिधौली कोतवाली में दी, तो उनकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इसके विपरीत, पीड़ित का आरोप है कि आरोपी दारोगा अरुण शर्मा ने कथित तौर पर गलत तरीके से मुईजुद्दीन से फर्जी एप्लीकेशन लेकर, उलटा उन्हीं (पंकज सिंह) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया।

एंटी करप्शन का शिकंजा
इसी फर्जी मुकदमे को खत्म करने के लिए दारोगा अरुण कुमार शर्मा ने पीड़ित पंकज सिंह से ₹10,000 की रिश्वत की मांग की।
- दारोगा से परेशान होकर, पीड़ित किसान नेता पंकज सिंह ने इसकी सूचना तत्काल एंटी करप्शन ब्यूरो को दी।
- सूचना मिलते ही, टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही दारोगा अरुण कुमार शर्मा ने ₹10,000 की रिश्वत ली, टीम ने उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
कानूनी कार्रवाई शुरू
गिरफ्तारी के बाद एंटी करप्शन टीम आरोपी दारोगा, जो कि उन्नाव जनपद के मारनी थाना क्षेत्र का रहने वाला है, को लेकर अटरिया थाने पहुंची। यहां औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं और एंटी करप्शन टीम की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है।
हालांकि, आरोपी दारोगा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की किन धाराओं के तहत (जैसे कि धारा 350/25, धारा 316(2), 352, 351(2)) अभियोग पंजीकृत करने की बात कही जा रही है, उसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। मेडिकल परीक्षण के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है।
एंटी करप्शन की इस त्वरित कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया है।
