​परसोली गांव में मंगलवार को मिली थी लाश; दो नामजद युवकों के खिलाफ केस दर्ज, पुलिस जांच में जुटी

​परसोली गांव में मंगलवार को मिली थी लाश; दो नामजद युवकों के खिलाफ केस दर्ज, पुलिस जांच में जुटी

संवाददाता,, नरेश गुप्ता

​सीतापुर: जनपद सीतापुर के ग्राम परसोली में मंगलवार को एक मजदूर का शव पेड़ से लटकता पाए जाने के मामले ने सनसनी फैला दी है। मृतक के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिलने से मामला अब केवल आत्महत्या का नहीं रहा, बल्कि इसमें साजिश और हत्या की आशंका भी जताई जा रही है।

​परिजनों ने दो युवकों पर लगाया गंभीर आरोप

​घटना के बाद मृतक के परिजनों ने गांव के ही दो युवकों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि मृतक को इन युवकों द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा था, जिसके चलते मजबूर होकर उसने यह कदम उठाया। तहरीर में उन्होंने इन दोनों युवकों पर मृतक को आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment to Suicide) का सीधा आरोप लगाया है।

​शरीर पर चोटों के निशान से गहराया रहस्य

​पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। शुरुआती जांच और परिजनों के बयान के अनुसार, मृतक के शरीर पर पाए गए गंभीर चोटों के निशान इस पूरे मामले को और भी रहस्यमय बना रहे हैं।

​सवाल: क्या ये चोटें मृतक को फांसी लगाने से पहले मारी गई थीं, या पेड़ से लटकने के दौरान लगीं, इसकी गहन जांच की जा रही है।

​परिजनों की गुहार:

परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर तत्काल न्याय की गुहार लगाई है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।

​पुलिस ने दर्ज किया मामला

​परिजनों की तहरीर के आधार पर, स्थानीय पुलिस ने दोनों नामजद आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले को हर पहलू से देख रहे हैं।

​जांच अधिकारी का बयान:

“मृतक के शव पर मिले चोटों के निशान को गंभीरता से लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जो मौत की सही वजह और चोटों की प्रकृति को स्पष्ट करेगी। दर्ज FIR के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।”

​परसोली गांव में इस घटना से तनाव का माहौल है। पुलिस जल्द से जल्द मामले की तह तक पहुंचने और दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दे रही है। यह देखना होगा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच इस पूरे मामले को किस दिशा में ले जाती है।

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