मानवता एवं शांति संदेश कार्यक्रम में श्रोताओं की उमड़ी भीड़
हरदोई। कस्बे के हरपालपुर में मानवता एवं शांति संदेश कार्यक्रम में विश्व शांति दूत एवं विश्व शांति शिक्षा कार्यक्रम के संस्थापक प्रेम रावत जी ने कहा कि जो चीज मनुष्य के अंदर हैं उस चीज को जानना ही शांति है । जिस प्रकार प्यास को तसल्ली नहीं पानी चाहिए उसी प्रकार शांति का अनुभव करना जरूरी है विश्व शांति दूत प्रेम जी ने कहा जब तक मनुष्य को अनुभव नहीं होगा उसको समझ में नहीं आएगा उन्होंने कहा कि मैं आपके अंदर के मंदिर की बात कर रहा हूं ,उसको चोर नहीं ले जा सकता कोई काट नहीं सकता जो आपके अंदर निरंतर चल रहा है जिसको हम लोग बाहर ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं वह मनुष्य के हृदय में मौजूद है प्रेम जी ने स्वांस की ओर इशारा करते हुए कहा जो चीज आप के अंदर बाहर आ जा रही है इसकी वजह से आप जीवित हैं स्वांस को पहचानो। हरपालपुर कस्बे की कोतवाली के पीछे स्थित नखासा बाग में आयोजित इस कार्यक्रम के दूसरे दिन श्रोताओं की सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ी इस शांति शिविर को बेहद परिश्रम से सजाया गया इस शिविर के अंदर वीडियो के माध्यम से विश्व शांति दूत प्रेम रावत जी के देश विदेश में दिए गए प्रवचनों का प्रसारण लोगों को दिखाया व सुनाया जा रहा है कार्यक्रम में स्वयंसेवक बड़े ही तन्मयता से जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से यह कार्यक्रम शुरू होता है और दो बजे संपन्न हो जाता है कार्यक्रम के अंत में आयोजकों द्वारा बताया गया कि इस शांति संदेश कार्यक्रम को टाइमलेस टुडे डॉट टीवी के माध्यम से आप कभी भी कहीं भी सुन व देख सकते हैं। इसके अलावा विश्व शांति दूत प्रेम रावत जी के बारे में अधिक जानकारी के लिए प्रेम रावत डॉट पर भी सर्च किया जा सकता है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आरेंद्र कुशवाहा, अमित कुमार उर्फ सचिन स्वर्णकार, जगपाल कुशवाहा,सुधा देवी, बृजमोहन शर्मा,अखिलेश कश्यप, सीमा सिंह, सोनू आदि अनुयायी व्यवस्थाओं में सहयोग कर रहे थे।