हरदोई। हरपालपुर कस्बे में चल रहे मानवता एवं शांति संदेश को सुनने के लिए लोगों में उत्साह की लहर देखी जा रही है आज हुए कार्यक्रम में प्रेम रावत जी के संदेश को वीडियो के माध्यम से श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिसमें बताया गया कि विश्व शांति दूत एवं विश्व शांति शिक्षा कार्यक्रम के संस्थापक प्रेम रावत के काम को दुनिया भर की सरकारों गैर सरकारी संगठनों व्यापारिक संगठनों और अन्य नागरिक समूह द्वारा स्वीकार किया गया है इस संबंध में उन्होंने कई प्रतिष्ठित स्थलों और प्रभाव वाले स्थानों पर अपना शांति का संदेश प्रस्तुत किया श्रोताओं के सवालों का जवाब भी दिया है जिन वीआईपी सभाओं में न्यूयॉर्क संयुक्त राष्ट्र यूरोपीय संसद इतालवी सीनेट यूनाइटेड किंगडम ऑस्ट्रेलिया अर्जेंटीना और न्यूजीलैंड की सांसदों युवा राष्ट्रपतियों के संगठन और ऐसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में दिए गए संबोधन शामिल है हावर्ड विश्वविद्यालय ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय क्वींसलैंड ऑस्ट्रेलिया के गिफिथ विश्वविद्यालय कोलोराडो विश्वविद्यालय कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय आईआईटी दिल्ली और आईएसबी हैदराबाद शामिल है।
शांति मानव जाति की सर्वोत्तम उपलब्धि
हरदोई।विश्व शांति दूत प्रेम रावत जी का संदेश है कि शांति लोगों में है चीजों में नहीं। जब शांति हर इंसान को रोशन करेगी तब वास्तविक शांति होगी युद्ध कौन करता है? लोग? और शांति की जरूरत किसे है? लोगों को?सभी में युद्ध है सभी में शांति है साथ ही क्रोध और क्षमा भी है हम किसका अभ्यास
करते हैं शांति का अभ्यास करें और शांति मानव जाति की सर्वोत्तम उपलब्ध होगी।
जीवन अपने आप में एक अद्भुत उपहार
हरदोई।शांतिदूत प्रेम जी कहते हैं हर जीते जागते मनुष्य के अंदर कुछ अद्भुत घटित हो रहा है हर मनुष्य के हृदय में वह परम सुंदरता शांति व आनंद का अनुभव मौजूद है उनका संदेश है कि जीवन अपने आप में एक उपहार है मैं लोगों को समझ के दरवाजे खोलने के लिए प्रेरित करता हूं ताकि वह भी संतुष्टि का अनुभव कर सकें सभी मनुष्यों के अंदर वह सूर्य रूपी उजाला चमक रहा है उनका कहना है कि हर मनुष्य के अंदर वह जगह है जहां वह शांति का अनुभव कर सकता है।