हरदोई के संडीला में बनी है बर्जर पेंट्स की सबसे बड़ी विनिर्माण इकाई
(पी एन द्विवेदी)
हरदोई।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को होली की पूर्व संध्या पर हरदोई के संडीला में बर्जर पेंट्स की सबसे बड़ी विनिर्माण इकाई का वर्चुअली उद्घाटन किया। अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग से उन्होंने बटन दबाकर इकाई का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में निवेश कर रही विभिन्न कंपनियों से अपनी विनिर्माण इकाइयों के संचालन के साथ-साथ स्थानीय युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर की शुरुआत करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस तरह की इकाइयां न सिर्फ अपना विस्तार करेंगी बल्कि स्थानीय युवाओं के स्किल डेवलपमेंट के एक बेहतरीन कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाने का काम करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समय आ गया है जब हम स्थानीय इंस्टीट्यूशंस को भी इंडस्ट्री के साथ जोड़कर आने वाले समय के लिए मैनपावर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए स्किल डेवलपमेंट के साथ भी अपनी इकाई को जोड़ सकते हैं। हाल ही में हमारी सरकार ने टाटा टेक्नोलॉजीज लि. के साथ 150 आईटीआई के एमओयू को आगे बढ़ाया है। जिसमें 35 हजार युवाओं को हम प्रतिवर्ष ट्रेनिंग देंगे। न्यू एज ट्रेड्स के साथ उनके स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। टीटीएल ने अपनी सहयोगी इकाइयों में उनके समायोजन की गारंटी भी दी है। अगले दस वर्ष तक वह राज्य सरकार के साथ इस कार्यक्रम के तहत जुड़ी रहेगी।
मैं चाहूंगा कि कम से कम एक स्किल डेवलपमेंट का सेंटर भी आपके माध्यम से हरदोई, संडीला में स्थापित होता है तो औद्योगिक विकास विभाग या यूपीसीडा इसमें आपका सहयोग करेगा। इससे स्थानीय युवा न केवल एक सकारात्मक भाव के साथ इस स्किल डेवलपमेंट के साथ जुड़ेंगे बल्कि समय-समय पर हमारे जनप्रतिनिधियों को भी इस सेंटर के माध्यम से अन्य क्षेत्रों के विकास और नवाचार को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
औद्योगिक निवेश के नए युग की ओर बढ़ा यूपी
सीएम योगी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि होली की पूर्व संथ्या पर एक हजार करोड़ से अधिक के निवेश का धरातल पर उतरना यूपी में एक नई औद्योगिक क्रांति को प्रदर्शित कर रहा है। मेरे लिए यह क्षण इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जब बर्जर पेंट्स ने इस नई इकाई को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया था वो समय इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना से जूझते हुए पूरी दुनिया ने इस महामारी को देखा है।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि बर्जर पेंट ने उत्तर प्रदेश के अंदर अपने सबसे बड़े निवेश के माध्यम से बहुत कम समय में (मात्र 30 माह में) इसे धरातल पर उतारा है जो आसान नहीं था। यह यूपी में एक नए औद्योगिक परिवेश को भी प्रदर्शित करता है कि यूपी आज देश के औद्योगिक निवेश के सबसे बड़े गंतव्य के रूप में उभर रहा है।
प्रदेश के हर हिस्से में हो रहे निवेश को इंगित करते हुए योगी ने कहा कि पहले जब भी निवेश की बात होती थी तो इसका मतलब एनसीआर माना जाता था। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, बहुत हुआ तो यमुना अथॉरिटी और गाजियाबाद। 2017 के पहले हमारे सामने चुनौती थी कि क्षेत्रीय आर्थिक विषमता को दूर करने के लिए क्या किया जाना चाहिए। निवेश बहुत हद तक लखनऊ तक पहुंच पाता था। इसके अलावा कोई पांचवां स्थान नहीं था कि जहां पर कोई भारी भरकम निवेश के साथ आगे बढ़ सकें। लेकिन ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ने इन सभी मिथकों को तोड़ा है। करीब 35 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्रदेश को प्राप्त होना, 10 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव पूर्वी उत्तर प्रदेश को प्राप्त होना, 4.29 लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव बुंदेलखंड रीजन को प्राप्त होना, सभी 75 जनपदों के लिए निवेश प्रस्ताव का प्राप्त होना। यह उत्तर प्रदेश को देश के बेहतरीन निवेश गंतव्य के स्थल के रूप में देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत करता है। इसके लिए टीम यूपी को कार्य करना पड़ा। दुनिया के अंदर, देश के अंदर रोड शोज करने पड़े। अपने प्रदेश की क्षमता को प्रस्तुत करना पड़ा। सेक्टोरल पॉलिसी बनानी पड़ीं। आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था देश के सामने एक नजीर है। उत्तर प्रदेश के पास अब पिक एंड चूज नहीं अब सेक्टोरल पॉलिसीज हैं जिसके माध्यम से निवेश के किसी भी प्रस्ताव को हम लोग सिर्फ कार्यालत तक सीमित न रखते हुए तकनीक का बेहतरीन उपयोग करते हुए सिंगल विंडो सिस्टम, एमओयू मॉनीटरिंग सिस्टम, उद्यमी मित्र या फिर ऑनलाइन इंसेटिव मॉनीटरिंग सिस्टम के माध्यम से निवेश के एक-एक इंसेंटिव
को ऑनलाइन निवेशक तक पहुंचाने की व्यवस्था हो यानी मानवीय हस्तक्षेप की गुंजाइश जीरो की दिशा में जो कार्य हुआ। आज उसके परिणाम सबके सामने हैं।
प्रदेश में किए गए रिफॉर्म के परिणाम सबके सामने हैं
प्रदेश में विकास की टाइमलाइन की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश का इंफ्रास्ट्रक्चर जिस मजबूती के साथ आगे बढ़ा है, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे हो, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे हो, गंगा एक्सप्रेसवे पर जिस तेजी के साथ कार्य प्रारंभ हुआ है, एयर कनेक्टिविटी जिस तेजी से आगे बढ़ी है, औद्योगिक संस्थानों ने जिस प्रकार से इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने का काम हुआ है, विद्युत की आपूर्ति में बिना भेदभाव के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने और हर औद्योगिक इकाई को ओपन एक्सेस सुविधा देने के बाद आज उत्तर प्रदेश में समय-समय पर जो रिफॉर्म किए गए उसके परिणाम निवेश के रूप में और रोजगार सृजन के माध्यम से सबको देखने को मिला है।
निवेशकों को सुरक्षित और फलदायी निवेश का आश्वासन
इस अवसर पर सीएम ने सभी जनप्रतिनिधियों और हरदोई की जनता से अपील भी की। उन्होंने कहा कि अगर हम निवेश के इस
प्रकार के प्रस्तावों को प्रोत्साहित करने के लिए अपना योगदान देते हैं तो वहां विकास की अनेक संभावनाओं को आगे बढ़ाता है। उसके माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों के लिए रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का मंच प्रदान करता है। उन्होंने निवेशकों को आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश में उनके द्वारा किए जाने वाले प्रत्येक निवेश की सुरक्षा की गारंटी प्रदेश सरकार उन्हें उपलब्ध कराती है। सरकार न केवल सुरक्षित बल्कि फलदायी निवेश के माध्यम से आपके बिजनेस को आगे बढ़ाने में योगदान देगी।
इस अवसर पर औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास नरेंद्र भूषण, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी और यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी के साथ बर्जर पेंट्स का वरिष्ठ प्रबंधन भी उपस्थिति रहा।
हरदोई में 6520 करोड़ का निवेश
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश के हर क्षेत्र व जनपदों में निवेश प्राप्त हुए जबकि जनपद हरदोई में 6520 करोड़ के निवेश व 23211 से अधिक के रोजगार सृजन हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। इनमें मुख्यतः फूड प्रोसेसिंग में 1380 करोड़, मैन्युफैक्चरिंग में 1142 करोड़, वुड बेस्ड उद्योग में 932 करोड़, डिस्टलरी में 800 करोड़, बायोफ्यूल में 581 करोड़ रुपए का निवेश प्रस्तावित है। विगत वर्षों में योगी सरकार द्वारा जनपद हरदोई के संडीला औद्योगिक क्षेत्र में 4000 करोड़ से अधिक के निवेश से 8000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार सृजित किए गए।