लखनऊ,उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 में प्रचंड मोदी लहर पर सवार होकर भाजपा सत्ता में आयी और योगी आदित्यनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।पार्टी और जनसामान्य की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल अपना पहला कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया वरन पूर्ण बहुमत से दोबारा सत्ता में वापसी की और इसी माह अपने कार्यकाल के छह सफल वर्ष पूरे किए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता व उनके कार्यों की गूंज अब केवल प्रदेश में ही अपितु पूरे देश में सुनाई दे रही और वो प्रदेश के अब तक के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बन गये हैं।
प्रदेश में योगी सरकार के छह वर्ष पूर्ण होने के बाद सोशल मीडिया में यदि सबसे ज्यादा किसी नेता को सर्च किया गया है तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही हैं। योगी राज के दूसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूर्ण होने पर योगी जी को दक्षिण भारत में सबसे अधिक सर्च किया गया जिसमें सबसे अधिक लोगों ने तमिलनाडु में सर्च किया उसके बाद आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व कर्नाटक का स्थान रहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता में वृद्धि के कई कारण हैं जिसमें सबसे प्रमुख है प्रदेश में माफिया राज व गुंडो के खिलाफ होने वाली कार्यवाही जिसके कारण आज प्रदेश में अपराधी जहां कांप रहे हैं वहीं प्रदेश में सभी स्तरों व क्षेत्रों में विकास की धारा बह रही है।
प्रदेश के अपराधी व गुंडे स्वयं सीने में तख्ती लगाकर और पैदल चलकर थाने पहुंचकर आत्मसर्पण करना चाह रहे हैं वहीं बड़े- बड़े खूंखार माफिया जिन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि कोई उन्हें पकड़ कर जेल में डाल भी सकता है वो अपनी सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं और सुप्रीम अदालत में पहुंच रहे हैं। प्रदेश में जो माफिया विगत 30 वर्षों से प्रदेश में आतंक का वातावरण बनाकर रखे हुए थे और अपने राजनैतिक आकाओं के हितों की पूर्ति के लिए आपराधिक वारदातों को अंजाम देते थे अब उनके हालात बदल चुके हैं।मुख्तार अंसारी से लेकर अतीक अहमद जैसे बड़े नामे के अलावा प्रदेश में छोटे माफिया पर भी कार्यवाही हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद विधानसभा में बयान दिया था कि ”माफिया को मिटटी में मिला देंगे“ उसका असर जमीन पर भी दिखाई दे रहा है। माफिया जगत व अपराधियों पर बुलडोजर कार्यवाही पर तेजी आ गई है। आज प्रदेश में अपराधी पस्त और पुलिस बलों को जोश हाई हो रहा है।
योगीराज में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद व सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार हो रहा है और प्रदेश में सांस्कृतिक उत्सवों की बयार आ गई है।अपने दूसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “उपद्रवों के लिए नहीं, अब उत्सवों के लिए जाना जाता है प्रदेश” और उनकी .यह बात अक्षरशः सत्य है।आस्था के सम्मान के साथ ही धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों का असर अब धरातल पर दिखने लगा है। सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या विवाद का ऐतिहासिक अंत हो जाने के बाद अयोध्या में जहां भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है और वहीं नव्य और दिव्य अयोध्या नगरी को विकसित किया जा रहा है उसी प्रकार काशी विश्वनाथ कारिडोर का भव्य निर्माण हो जाने के बाद वहां पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ आ रही है। योगी सरकार में आस्था के केंद्रों का जिस प्रकार विकास हो रहा है उससे सनतान समाज में उल्लास, उत्साह और उमंग का वातावरण है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल ही में अयोध्या का भ्रमण किया और कहा कि अयोध्या विश्व की सुंदरतम नगरी बनने जा रही है।
मिर्जापुर में प्रसिद्ध मां विन्ध्यवासिनी देवी मंदिर, मां अष्टभुजी देवी मंदिर का जीर्णेद्धार एवं सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। सीतापुर में नैमिषारण्य का भी विकास किया जा रहा है। प्रदेश में ”एक जिला एक पर्यटन केंद्र“ को ध्यान में रखते हुए धार्मिक स्थलों का विकास किया जा रहा है।योगी जी सभी आस्था के केंद्रों के विकास के लिए संकल्पवान हैं। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी का 100 और अयोध्या का 50 बार दर्शन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ब्रज क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में भी प्रयत्नशील हैं।
योगीराज में कांवड़ यात्रियों का पुष्पवर्षा के माध्यम से सम्मान किया जाना एक अनोखा कार्य था जिससे सभी सनातनी अभिभूत हो रहे हैं।प्रदेश में गोवंश की रक्षा करने के लिए कड़ा कानून आया है और गोवंश तस्करों पर कड़ी कार्यवाही हो रही है । धर्मांतरण रोकने के लिए कड़ा कानून बना जिसका असर समाज में दिखलाई पड़ रहा है। अब लव जिहाद जैसे प्रसंगों पर भी कानून के दायरे में कड़ी कार्यवाही हो रही है।
छह वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक ”छह साल -यूपी खुशहाल“का विमोचन किया और “ऊंची उ़ड़ान- नई पहचान” पोस्टर का भी अनावरण किया है। पुस्तक और पोस्टर से पता चल रहा है कि प्रदेश में छह वर्षों में बड़े परिवर्तन हुए हैं।
अभी तक प्रदेश में जाति, मत, मजहब, परिवारवाद के नाम पर जो राजनीति हो रही थी प्रदेश सरकार उससे अलग हटकर “सबका साथ सबका विकास” के सिद्धांत पर काम कर रही है और जिसका स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। प्रदेश महिला सशक्तीकरण, स्वावलंबन और सम्मान केआदर्श को सामने रख कर आगे बढ़ रहा है।
प्रदेश का चतुर्दिक व बहुद्देशीय विकास हो रहा है। उत्तर प्रदेश अब देश की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अभी हाल ही में सबसे बड़ा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित किया गया और जिसकी गूंज सात समुद्र पार भी दिखाई पड़ी थी।प्रदेश में विकास के एक्सप्रेस वे पर काफी कार्य चल रहा है। आज प्रदेश का किसान खुशहाल है।सामाजिक सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है जिसमें 15 करोड़ लोगों के निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया गया वहीं तथा निराश्रित महिला वृद्धजन एवं दिव्यांगजन को 1000 रुपये की मासिक पेंशन दी जा रही है। प्रदेश की शिक्षा का स्तर सुधरने के लिए लगातार अभिनव प्रयोग किये जा रहे हैं।
हर घर नल योजना के अंतर्गत सबको शुद्ध पेयजल देने का प्रयास किया जा रहा है। “एक जनपद- एक मेडिकल कालेज” योजना के अंतर्गत अब तक 65 मेडिकल कालेज संचालित हो रहे हैं वहीं 22 निर्माणाधीन हैं। सरकार का दावा है कि अब तक 5.50 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है वहीं युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कई कदम लगातार उठाए जा रहे हैं।सेवा योजन कार्यालयों में युवाओं को नौकरी व रोजगार देने के लिए शिविर लगाये जा रहे हैं। प्रदेश के पांच शहरों में मेट्रो रेल सेवा का संचालन आरम्भ हो चुका है और 5 में निर्माणाधीन हैं। प्रदेश में डिफेंस कारिडोर बन रहा है। प्रदेश के विकास व पारदर्शी प्रशासन तथा सुशासन के लिए डिजिटल माध्यमों का भी बेहतर उपयोग किया जा रहा है।
प्रदेश में कानून काराज आने के बाद देशी और विदेशी निवेशक और कंपनियां प्रदेश में अपना कारोबार आरम्भ करने के लिए आगे आने आ रही हैं जिसके कारण आज प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर सामने आ रहे हैं ।
योगी सरकार की एक योजना ”एक जिला -एक उत्पाद“ जो कि प्रदेश के विकास व छवि बनाने के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो रही है अब उसे केंद्रीय बजट में भी स्थान मिला है।
प्रदेश के विकास व अपराधियों को मिट्टी में मिलाने के लिए के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार संकल्पवान है और यही कारण है कि आज योगी जी की लोकप्रियता का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसी सप्ताह एक टीवी चैनल के सर्वे ने कहा है कि योगी की लोकप्रियता का प्रतिशत 63 है और यदि आज लोकसभा चुनाव कराये जाये तो यूपी में बीजेपी को योगी के नाम पर ही 80 में से 73 सीटें मिल रही हैं।