ओपीडी में आए सभी मरीज में कुल 10% मरीजों का लिया सैंपल
कानपुर, 15 दिसंबर 2022 –
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम और टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत गुरुवार को जनपद के समस्त हेल्थ वेलनेस सेंटर, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित जिला चिकित्सालय में निक्षय दिवस उत्सव के रूप में मनाया गया । इस दिवस में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में आने वाले व्यक्तियों की टीबी स्क्रीनिंग की गई और संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों का बलगम एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ आलोक रंजन ने बताया कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से हर 15 तारीख को निक्षय दिवस मनाने का निर्णय लिया है । इस दिवस का उद्देश्य अधिक से अधिक टीबी मरीजों का चिन्हित कर उन्हें उपचार पर रखना, प्राइवेट नोटिफिकेशन में तेजी लाना, पोषण सामग्री व आर्थिक सहयोग से उन्हें जल्द से जल्द स्वस्थ करना है । सीएमओ ने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है । टीबी की दवा पूरी अवधि तक लेना है और एक भी दिन दवा छूटनी नहीं चाहिए । सभी स्वास्थ्य केन्द्रों और चिकित्सालयों में टीबी जांच की सुविधा मौजूद है ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित जिला क्षय रोग अधिकारी व एसीएमओ डॉ एपी मिश्रा व जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) राजीव सक्सेना ने कई हेल्थ वेलनेस सेंटर और स्वास्थ्य केन्द्रों का भ्रमण किया । इस दौरान सभी अधिकारियों ने क्षय रोगियों के उपचार व भावनात्मक सहयोग के बारे में जानकारी ली । साथ ही वहाँ कार्यरत चीफ फार्मासिस्ट, टीबी सुपरवाइज़र व अन्य स्टाफ को अधिक से अधिक मरीजों को नोटिफ़ाई करने और निक्षय पोर्टल पर आईडी बनाकर पंजीकृत करने के लिए निर्देशित किया । जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जनपद के 256 हेल्थ वेलनेस सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) तैनात हैं जिनके माध्यम से क्षय रोगियों को चिन्हित कर सम्पूर्ण उपचार, प्रोटीनयुक्त पौष्टिक आहार और आवश्यक परामर्श भी दिया गया ।
डीपीसी राजीव ने बताया कि निक्षय दिवस पर जनपद के हेल्थ वेलनेस सेंटर, समस्त शहरी पीएचसी, ब्लॉक स्तरीय पीएचसी-सीएचसी व अन्य राजकीय चिकित्सालयों पर समस्त मरीजों की ओपीडी में से 10 प्रतिशत संभावित व्यक्तियों का बलगम सैंपल लिया गया । सभी सैंपल को एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया । पॉज़िटिव व्यक्तियों का तत्काल प्रभाव से उपचार किया जाएगा । निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत करते हुये उन्हें हर माह 500 रुपये की पोषण के लिए आर्थिक सहायता डीबीटी के जरिये दी जाएगी । साथ ही कहा की जनपद में प्राइवेट क्षेत्र में नोटिफिकेशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरा ज़ोर दिया जा रहा है ।
इन बिन्दुओं पर रहा खास ध्यान :
- निक्षय दिवस पर स्वास्थ्य इकाई पर आने वाले संभावित टीबी मरीजों की सूची के अनुसार उनकी जांच कराई गयी । एचआईवी-डायबिटीज की भी जांच हुई ।
- स्वास्थ्य इकाइयों पर संभावित मरीजों के बैठने की खुली जगह हो और इकाई के बाहर खुले स्थान पर बलगम के नमूने लेने के लिए कफ कार्नर बनाए गये ।
- क्षय रोगियों के लिए हर जरूरी दवाएं मुफ्त उपलब्ध कराई गयी ।
- स्वास्थ्य इकाई पर टीबी की जांच, उपचार के बारे में परामर्श की व्यवस्था की गयी ।