लेखक प्रेम जी ने दिए अदाकारा भाग्यश्री के सवालों के वेवाक जवाब
लखनऊ। रमाबाई अंबेडकर पार्क में रविवार रात्रि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त अध्यात्मिक शिक्षक एवं शांति दूत एवं शांति शिक्षा कार्यक्रम के संस्थापक प्रेम रावत की पुस्तक स्वयं की आवाज का विमोचन किया गया। यह विमोचन कार्यक्रम गिनीज बुक के वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया विमोचन समारोह में लाखों लोग शामिल हुए ऐसा पहली बार हुआ जब किसी पुस्तक के विमोचन में इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए हो।
बेहद शांतिपूर्ण वातावरण में हुए पुस्तक विमोचन में विश्व शांति दूत एवं स्वयं की आवाज पुस्तक के लेखक प्रेम रावत जी ने पुस्तक का तीसरा अध्याय भी पड़ा इस कार्यक्रम में मॉडरेटर की भूमिका सुप्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री ने निभाई।
मालूम हो कि इससे पहले यह रिकॉर्ड 6786 लोगों की उपस्थिति का ही था जो लाखों लोगों की उपस्थिति के साथ प्रेम रावत जी ने अपने नाम कर लिया। स्वयं की आवाज पुस्तक के लेखक प्रेम रावत जी ने कहा हर कोई अपने जीवन में व्याप्त शोर को शांत कर हृदय में मौजूद शक्ति और अनोखी आवाज सुन सकता है जो उसके अंदर मौजूद शांति का स्रोत है उन्होंने इससे पहले इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण हियर योरसेल्फ नामक पुस्तक भी लिखी है जो अमेरिका में रिलीज होते ही न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर की श्रेणी में आ गई थी।
स्वयं की आवाज पुस्तक पाठकों को आत्मज्ञान और शांति के बारे में प्रेरित करती है इस किताब में कहानियों और दुनिया भर में की गई अपनी यात्राओं के अनुभव को प्रेम रावत जी ने बेहद दिलचस्प तरीके से संजोया है।
लाखों लोगों के बावजूद अनुशासन और शांति रही सराहनीय
फिल्म अदाकारा भाग्यश्री ने स्वयं की आवाज के लेखक प्रेम रावत जी से सवाल पूछे जिसका श्री प्रेम रावत जी ने बेबाक ढंग से जवाब दिया खचाखच भरे मैदान में गजब की शांति दिखाई पड़ रही थी अनुशासन के मामले में अब तक का यह कार्यक्रम रहा हर आने जाने वाला व्यक्ति कह रहा था कि इस तरह की रैली शांतिपूर्ण ढंग से मैंने कभी नहीं देखी फिलहाल एक पुस्तक के विमोचन में हुई ऐतिहासिक भीड़ की चर्चा हर जुबां पर दिखाई पड़ी।