भोपाल, गांधी विचार और गांधी जी का अत्यंत सरल जीवन देश की धरोहर है: डॉ. सुजाता चौधरी

पांचवे नंदिनी शिविर का समापन विदिशा में हुआ

भोपाल।पांचवे नंदिनी शिविर का समापन विदिशा में आज संपन्न हुआ।पांच बजे सबेरे प्रार्थना के बाद ठीक 6 बजे गांधी चौक विदिशा में सब इकट्ठे हुए।वहां साफ सफाई और प्रार्थना गत कई वर्षों से डा सुरेश गर्ग और अरविंद द्विवेदी गांधी सुमिरन मंच के बैनर तले करते आ रहे हैं। वहां आज शहर के अनेक गणमान्य भी पधारे थे। भागलपुर बिहार की गांधी विचारक डा. सुजाता चौधरी ने कहा कि गांधी विचार देश की धरोहर है। वह योगी से बड़े महायोगी थे। क्योंकि उनका जीवन अत्यंत सरल था। गांधी जी को लोग समझ नहीं पा रहे हैं।इसलिए उनके विचार उस प्रतिशत से समाज में आत्मसात नहीं: हो पा रहे हैं। राष्ट्रगान के बाद यहां से चलना हुआ। उसके बाद सभी लोग बेतवा नदी के तट पर जहां नदी बेतवा उत्थान समिति के लोग अतुल शाह के साथ मिलकर सुबह सुबह गत 22 साल से श्रमदान सफाई का कार्य कर रहे हैं।उनका अनवरत कार्य देखकर बहुत अच्छा लगा। समिति के समक्ष रमेश भइया ने कहा कि जननी माता गौ माता और धरती माता का हम सब सम्मान करें। समाज में पढ़ाई का ढांचा भी बदले क्योंकि आज जो बच्चा थोड़ा पढ़ता है वह काम छोड़ देता और ज्यादा पढ़ाई उसे गांव छुड़ा देती है । समाज में सिमपैथी और पैथी के साथ बढ़नी चाहिए। उर्मिला बहन उत्तर प्रदेश ऊषा शर्मा बिहार प्राची बहन महाराष्ट्र और गीता सिंह झारखंड को बेतवा उत्थान समिति ने शाल श्रीफल से सम्मानित किया। यहां पर पीपल का वृक्ष रोपित किया सुजाता चौधरी वहां से एयरपोर्ट चली गई। बीजा मंडल देखकर फिर मां अस्पताल वापस आ गए साढ़े नौ बजे एक सभा विदिशा के संभ्रांतों की रखी गई जो समापन समारोह के रूप में एक बजे तक चला। जिसमें दीप प्रज्वलन विदिशा की ग्यारह विदुषी बहनों ने किया। बापू बाबा और विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। शिविरार्थियों का परिचय विमला बहन ने कराया। विदिशा के अतिथियों के बारे में डा सुरेश गर्ग ने बताया। आज विषय प्रवेश सर्वोदय आश्रम की उर्मिला बहन ने कराते हुए कहा कि बहनों को अध्यात्म के क्षेत्र में भी आगे आना चाहिए। ताकि समाज की क्रांतिकारी प्रगति हों सके। इसके बाद प्राची बहन ने धुले के शिवाजी भावे के आश्रम की चर्चा की। बिहार की बहन ऊषा शर्मा ने ब्रह्मविद्या मंदिर के बारे में सभी को बताया। गीता सिंह ने झारखंड में महिलाओं की स्थिति पर बताया। डा. अशोक शुक्ला ने देश के गांधी भवनों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उसके बाद रमेश भइया ने आजादी के बाद गांधी की मृत्यु और उसके बाद भूदान आंदोलन की चर्चा की।बाबा विनोबा की क्या अपेक्षाएं बहनों से थी।वह सब बताई। उन्होंने बहनों का आवाहन समाज के विकास हेतु किया। प्रमाणपत्र वितरण के बाद श्री ईश्वर भाई लड्ढा जिन्होंने बाबा के साथ यात्रा के संस्मरण बताए। अनेक प्रकार के विनोबा साहित्य की चर्चा भी की। मां अस्पताल की प्रमुख डा कुसुम गर्ग ,बेतवा उत्थान समिति के अतुल शाह को विदिशा नगर वासियों के प्रतीक रूप में सम्मानित किया गया। आभार डॉ. सुरेश गर्ग ने व्यक्त किया।

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