कलान/परौर
क्षेत्र के गांव जरौली में मोहर्रम की सातवीं तारीख को मातमी धुनों से सातवीं के अलम निकालें गए। आपकों बता दें कि अब्बास अलमदार की याद में मुस्लिम समुदाय के लोग मातमी धुनों से जुलूस के साथ मातमी धुन में अलम निकालते हैं।जो इमाम बाड़े से शुरू होकर हुसैनी गली से मदरसे के पास होते हुए फिर इमामबाड़े में पहुंचते हैं।और जुलूस का समापन हो जाता है। इसके बाद मोहर्रम की आठवीं तारीख को उसी रास्ते से मेहंदी निकाली जाएगी। और मोहर्रम की नवीं तारीख को ताज़िए निकाल कर इमामबाड़े में रखें जाएंगे। मोहर्रम की दस तारीख को बड़े ताज़िए से गांव में गश्त किया जाएगा। मोहर्रम की ग्यारहवीं तारीख को रात्रि में सभी ताज़िए हुसैनी गली से होते हुए कर्बला शरीफ़ में दफ़न किए जाएगे।इसमें मौके जुबेर,फिरासत, शाहरुख, जुनेद, बच्चन खां ,शानू सहित तमाम हुसैनी कमेटी के लोग मौजूद रहे।।