अटरिया सीतापुर, लखनऊ सीतापुर नेशनल हाइवे व शहर की सड़कों में अवैध कटों की भरमार है। रोजाना होने वाले सड़क हादसों से न तो लोग सबक ले रहे हैं और न ही प्रशासन। ट्रैफिक मैनेजमेंट कमेटी भी स्पाटों की पहचान करने के बाद हादसों को लेकर सुरक्षित नहीं कर पा रही है। इसी क्रम में लखनऊ से सीतापुर बॉर्डर से कुछ दूर आते ही अटरिया के नील गांव तिराहे के समीप नेशनल हाईवे पर बना कट कई बड़े हादसों का गवाह बन चुका है जिसमें कई मौतें भी हो चुकी हैं पास ही में सब्जी बाजार लगने के कारण रोज कोई ना कोई हादसा हो ही जाता है कहीं किसी की मौत हो जाती है तो कहीं कोई गंभीर रूप से घायल हो जाता है फिर भी नेशनल हाईवे प्रशासन इस खतरनाक कट को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं
इतना ही नहीं लखनऊ से सीतापुर जाने वाले नेशनल हाईवे हों या फिर शहर की सड़कें। हर जगह अवैध कटों की भरमार है। इसके बाद भी हाईवे व पुलिस तथा जिला प्रशासन लोगों की मौतों का इंतजार कर रहा है। रोजाना होने वाले सड़क हादसों से न तो लोग सबक ले रहे हैं और न ही प्रशासन। जिंदगी की भाड़दौड़ रोजाना किसी ने किसी को सड़कों का शिकार बना रही है।
हाईवे की सड़क का दौरा करने के बाद ऐसे कई स्थानों पर अवैध कट व गलत डिजाइनिंग जैसे गंभीर स्पाट चिन्हिंत किए गए। जिले की ट्रैफिक मैनेजमेंट कमेटी सायद स्पाटों की पहचान करने के बाद उन्हें भी हादसों को लेकर सुरक्षित नहीं कर पाई है। इन हालातों में सड़कों के आतंकवाद को खतम करने के लिए हमारा प्रशासन कितना गंभीर है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है
अवैध कट दे रहे हैं मौत को दावत
लखनऊ से अटरिया से सिधौली कमलापुर से गुजरने वाले हाईवे पर सड़क पर अवैध कट मौत को दावत देते नजर आते हैं। इन्हीं अवैध कटों की वजह से लोग उल्टी दिशा (रांग साइड) से भी चलते हैं और इंट्री व एक्जिट प्वाइंट के रूप में भी इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। अटरिया की नई सब्जी बाजार के निकट हाईवे पर बना कट कई मौतों के साथ सैकड़ों की संख्या में लोगों के घायल होने की वजह बनता जा रहा है यही हाल बाकी सड़कों का भी है। इनकी वजह से हाईवे पर रोज रफ्तार से आने वाले वाहनों की वजह से हादसे होते हैं। इस तरफ आज तक न तो जिला प्रशासन ने, न ही ट्रैफिक मैनेजमेंट कमेटी ने, न ही हाईवे प्रशासन ने और न ही यातायात पुलिस ने ध्यान दिया है।
अटरिया नेशनल हाइवे पर चल रही इस खामी के चलते बीते तीन वर्षों में विभिन्न दुर्घटनाओं में लगभग 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके होंगे । औसतन हर वर्ष 30 से ज्यादा की जान सड़क दुर्घटना में जाती होगी
हाईवे अथारिटी द्वारा सड़क पर कई जगह मानक के अनुसार तो अटरिया सब्जी मंडी बाजार के पास की तरह कई जगह पासिंग दे दी गई है पर जहां पासिंग नहीं दी गई वहां पर लोगों ने खुद ही कट बना लिए हैं। इस पूरी सड़क पर कई जगह पर मानक के विपरीत कट बनाए गए हैं। इन अवैध कटों पर न तो ब्लिंकर होता है और ना ही रात को रोशनी का ही प्रबंध है। वाहन चालक जब इन अवैध कटों से अपने वाहनों को निकालने की कोशिश करते हैं तो हाइवे पर ओवर स्पीड आ रहे वाहनों से टकरा जाते हैं। इन दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान चली जाती है।