इटावा, मेगा मानसिक स्वास्थ्य शिविर में देखे गए मरीज

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरथना में लगाया गया था शिविर

मानसिक मंदबुद्धि के लक्षण व उपचार से संबंधित दी गई महत्वपूर्ण जानकारी

इटावा 28 दिसंबर 2022।

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बुधवार को भरथना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के निकट एक गेस्ट हाउस में वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ अनिल जाटव (मंडल अध्यक्ष भाजपा) के द्वारा किया गया व शिविर में 35  मानसिक विकारों से ग्रसित मरीजों का परीक्षण कर दवाएं और परामर्श दिया गया।

इस अवसर पर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित ने बताया की मानसिक रोग के लक्षण हर व्यक्ति में अलग अलग हो सकते है यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसे कौन सी मानसिक बीमारी है। उन्होंने बताया कि मानसिक रोग किसी को भी हो सकता है फिर चाहे वह आदमी हो या औरत, जवान हो या बुजुर्ग,पढ़ा लिखा हो या अनपढ़ या मानसिक रोग किसी भी संस्कृति जाति धर्म तबके के लोगों को हो सकता है।। इसलिए सही समय पर सही इलाज शुरू कराने के लिए सही जानकारी होना जरूरी है।इसलिए मैं लोगों से कहूंगा कभी भी मानसिक समस्या व बीमारी हो तो स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर बेझिझक होकर काउंसलिंग करवाएं।

जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई के मनोचिकित्सक सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप चौबे ने शिविर में मौजूद लोगों को बताया कि नींद नआना, उदास रहना,चिंता, घबराहट, उलझन, किसी कार्य में मन न लगना, आत्महत्या का विचार आना, बेवजह शक करना, किसी प्रकार के नशे की लत, गुस्सा आना, व्यर्थ में गाली गलौज करना, अत्यधिक तनाव जैसी स्थितियां कहीं न कहीं आपको मानसिक रोगी बना देती हैं और हमें पता नहीं चलता इसलिए अत्यधिक तनाव, नशा, नकारात्मकता, आत्महत्या का विचार आना, बात-बात पर मानसिक रूप से विचलित हो जाना आपके व्यक्तित्व में हो तो तुरंत स्वास्थ्य केंद्र पर आकर मानसिक स्वास्थ्य परामर्शदाता से बात करें व अपनी समस्याओं के संदर्भ में खुल कर बात करें। जिससे समय से सही इलाज शुरू हो सके। उन्होंने बताया कि अब मानसिक रोगी हेल्पलाइन नंबर 14416 और टोल फ्री नंबर 1800-891-4416 पर कॉल करके भी अपनी समस्या का निदान पा सकते हैं।
दिलीप ने बताया कि लोग अक्सर मानसिक रोग के लक्षणों की अनदेखी करते हैं या पहचान नहीं पाते हैं। इससे इलाज में देरी हो जाती है और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसलिए मानसिक रोग के लक्षण जाने पहचाने और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह मिथक भी टूटना चाहिए कि अगर मैं काउंसलिंग के लिए जाऊंगा तो लोग मुझे पागल कहेंगे। मानसिक समस्याओं का इलाज संभव है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मन कक्ष बनाए गए हैं।
शिविर में हरिओम दुबे (सभासद) गोविंद (मंडल महामंत्री) नीरज यादव,भरथना ब्लॉक की सभी आशा ,आंगनबाड़ी और स्थानीय लोगों के साथ जिला मानसिक स्वास्थ्य ईकाई से अमित, अविनाश, रोहित व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्मचारी उपस्थित रहे।

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