औरैया 31 दिसंबर 2022
पिछले वर्ष की तरह इस साल भी कायाकल्प अवार्ड में जनपद औरैया ने अपना परचम लहरा दिया। सरकारी अस्पतालों के बेहतर रखरखाव को लेकर शुरू की गई कायाकल्प अवार्ड योजना से स्वास्थ्य इकाइयों का ‘कायाकल्प’ हो रहा है। जनपद औरैया के दोनों 100 व 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय को कायकल्प अवार्ड प्राप्त हुआ है।
कायाकल्प अवार्ड में बेहतर प्रदर्शन पर मुख्य चिकित्साधिकारी अर्चना श्रीवास्तव का कहना है कि वह गौरान्वित महसूस कर रहीं है कि जनपद के सभी चिकित्सालयों ने इतना बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि ने बता दिया है दोनों चिकित्सालयों की गुणवत्तापूर्व स्वास्थ्य सेवाएं व उच्च स्तरीय व्यवस्थाओं द्वारा जनमानस को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं। उन्होंने बताया कि शासन की टीम द्वारा जिला अस्पताल का सर्वे किया गया था। विभिन्न प्वाइंट पर अस्पताल की सुविधाओं और व्यवस्थाओं का मिलान किया गया था। घोषणा हुई तो अस्पताल को भी बेहतर पाया गया।
100 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुलदीप कुमार यादव ने बताया कि अवार्ड की सफलता के लिए सभी बधाई के पात्र हैं। 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश मोहन गुप्ता ने कहा कि चिकित्सालय के छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी तक सभी की मेहनत व लगन से यह अवार्ड मिला है।
100 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सालय प्रबंधक सुनील ने बताया कि शासन से आयी टीम ने आठ बिंदुओं पर अस्पताल का
रखरखाव, साफ-सफाई, बायो मेडिकल निस्तारण, ईको फ्रेंडली, इन्फेक्शन कंट्रोल, सहयोगी सेवाएं, स्वच्छता को बढ़ावा देने के कार्यों के साथ अस्पताल के बाहर की व्यवस्थाओं को परखा था। प्रत्येक बिंदु पर टीम ने अस्पतालों की मार्किंग की थी। 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय के प्रबंधक सुभाष ने बताया की 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय को 78.99 फीसद प्राप्त कर 53वी रैंक और 100 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय को 75.77 फीसद प्राप्त कर 71वी रैंक प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि अवार्ड के लिए चयनित होने वाले अस्पतालों को सरकार की ओर से 3 लाख धनराशि मिलेगी। जिसमें 75 प्रतिशत हिस्सा अस्पताल की व्यवस्थाओं और 25 प्रतिशत स्टॉफ को बतौर इनसेंटिव प्रदान किया जाएगा।
क्या है कायाकल्प-
मण्डलीय सलाहकार क्वालिटी एश्यूरैंस डॉ॰ सुरेंद्र ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता एवं अच्छीप्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार ने यह महत्वकांछी योजना 15 मई 2015 को आरंभ की थी। जिसमें एक निर्धारित चेक लिस्ट के आधार पर स्वास्थ्य केन्द्रों का तीन चरणों में असेस्मेंट किया जाता है। तीनों चरणों में 70 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाली चिकित्सा इकाइयों को राष्ट्रीय(भारत सरकार)/राज्य स्तर से सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र एवं अवार्ड धनराशि प्रदान की जाती है। जिसमें जिला स्तरीय चिकित्सालयों को क्रमशः प्रथम को 50 लाख, द्वितीय को 20 लाख एवं तृतीय को 10 लाख, व जो चिकित्सालय 70 प्रतिशत से अधिक पाते है उन्हे 3 लाख रूपय प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाते है।