इटावा,क्षय रोगियों को गोद लेने को आगे आये समाजसेवी व चिकित्सक

30 टीबी मरीजों को लिया गोद और प्रदान की पोषण किट

इटावा, 25मई 2023।

देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ शिवचरण ने अपील की है कि सक्षम लोग निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों की मदद को आगे आयें । इसी क्रम में जिला क्षय रोग इकाई के तत्वावधान में बुधवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में समाजसेवियों, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने 30 क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली प्रदान की | इनमें समाजसेवी उषा यादव, उर्वशी दीक्षित, डॉ. मनोज पांडे, डॉ. डीके सिंह, डॉ. रमाकांत रावत (निजी चिकित्सक) व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय और जिला क्षय रोग इकाई के कर्मचारी प्रमुख रूप से शामिल रहे |
डॉ. शिवचरण ने बताया कि ख़ुशी की बात है कि अब सामाजिक और सामुदायिक स्तर से क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए लोग जागरूक हो रहे हैं और मदद के लिए हाथ भी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जनपद के गणमान्य लोगों व निजी चिकित्सकों से संपर्क कर इन लोगों को निक्षय मित्र की भूमिका में सामाजिक स्तर पर जिम्मेदारी निभाने की अपील की गई थी जिसके फलस्वरूप सभी ने सहयोग प्रदान किया और 30 क्षय रोगियों को गोद लिया ।
टीबी मरीजों को दी गयी पोषण पोटली में गुड़ चना, सत्तू, मूंगफली दाना, दाल, प्रोटीन पाउडर,फल आदि शामिल रहे | जिले में 75 निक्षय मित्रों द्वारा अब तक 215 टीबी रोगियों को गोद लिया जा चुका है।

कोई भी व्यक्ति बन सकता है “निक्षय मित्र”

जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति टीबी मरीजों को गोद ले सकता है। इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार जिला क्षय रोग इकाई या व्यक्तिगत तौर पर मुझसे संपर्क कर सकता है। गोद लेने वाले व्यक्ति व संस्था यानि निक्षय मित्र द्वारा टीबी मरीजों को पोषण पोटली प्रदान करने के साथ ही भावनात्मक सहयोग भी प्रदान किया जाता है |
निक्षय मित्र की भूमिका में कार्य करने वाले निजी चिकित्सक डॉ रमाकांत रावत ने बताया कि उन्होंने आजदो क्षय रोगियों को गोद लिया है। मेरा मानना है कि सरकार द्वारा टीबी रोगियों को गोद लेने की पहल एक सकारात्मक कदम है | टीबी मुक्त भारत के लिए और मुझे आज निक्षय मित्र बनकर क्षय रोगियों को सहयोग करने का अवसर मिला इसके लिए मैं जिला क्षय रोग अधिकारी को आभार व्यक्त करता हूं।


पोषण पोटली वितरण कार्यक्रम में उपस्थित काशीराम आवास कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय क्षय रोगी रहीम (काल्पनिक नाम) ने बताया कि नियमित दवा सेवन के साथ बेहतर पोषण जल्दी स्वस्थ होने के लिए बहुत जरूरी है | इसका प्रबंध वह खुद नहीं कर सकते थे, आज मिली पोषण पोटली की खाद्य सामग्री का वह नियमित सेवन करेंगे | इससे बीमारी से उबरने में बड़ी मदद मिलेगी |
रामगंज निवासी रेनू (काल्पनिक नाम) ने बताया कि मुझे लगभग दो-तीन माह से बुखार और खांसी आ रही थी | कई जगह इलाज करवाया लेकिन आराम नहीं मिला और पिछले महीने जांच करवाने के बाद टीबी की पुष्टि हुई। आज मुझे यहां पर पोषण किट में खाने पीने का सामान मिला और खानपान संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी भी दी गई।
जिला समन्वयक कंचन तिवारी ने बताया कि आज पोषण वितरण कार्यक्रम के दौरान उन्होंने दो क्षय रोगी व निजी चिकित्सक डॉ मनोज पांडे ने दो , डॉ. डीके सिंह ने दो , डॉ रमाकांत रावत दो ,टीबी क्लीनिक के डॉ सोहम दो , समाजसेवी उषा यादव पांच और उर्वशी दीक्षित दो और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों और जिला क्षय रोग विभाग कार्यालय के कुछ कर्मचारियों ने एक-एक क्षय रोगी गोद लिए । जिला क्षय रोग कार्यालय पर पोषण वितरित कार्यक्रम में पीपीएम कोऑर्डिनेटर निर्मल सिंह, एसटीएस योगेंद्र, डाटा ऑपरेटर वैभव और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारियों के साथ क्षय रोगी उपस्थित रहे।

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