एक और नीला ड्रम, एक और पति की हत्या जन्माष्टमी की रात की हत्या

संवाददाता,, नरेश गुप्ता

अलवर: एक और नीला ड्रम, एक और पति की हत्या जन्माष्टमी की रात की हत्या

अलवर का ‘नीला ड्रम’ कांड: पत्नी और प्रेमी ने जन्माष्टमी की रात की हत्या

राजस्थान के अलवर जिले में हंसराज नामक मजदूर की उसके घर में ही हत्या कर दी गई है। हंसराज का शव एक नीले प्लास्टिक के ड्रम में बंद मिला। पुलिस को शक है कि इस हत्या में उसकी पत्नी और मकान मालिक के बेटे का हाथ है।

जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में मृतक हंसराज की पत्नी सुनीता और मकान मालिक के बेटे जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि जितेंद्र और सुनीता के बीच अवैध संबंध थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जितेंद्र और हंसराज एक ही ईंट-भट्ठे पर काम करते थे, जहाँ उनकी दोस्ती हुई। जितेंद्र ने शराब पिलाकर हंसराज से अपनी नजदीकियाँ बढ़ाईं और फिर उसकी पत्नी सुनीता से संबंध बना लिए। माना जा रहा है कि हंसराज की हत्या इसी अवैध संबंध के चलते की गई है।

हत्या का तरीका

हत्यारों ने हंसराज की लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसे एक नीले ड्रम में डाला। इसके बाद, लाश को तेज़ी से गलाने के लिए उसमें भारी मात्रा में नमक और पत्थर डाले गए। लाश इतनी गल चुकी थी कि उसकी पहचान करना भी मुश्किल था।

पत्नी का शौक और संदेह

पुलिस के अनुसार, मृतक हंसराज की पत्नी को सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का बहुत शौक था। पुलिस को संदेह है कि पत्नी का मकान मालिक के बेटे के साथ अफेयर था और इसी वजह से दोनों ने मिलकर हंसराज की हत्या की। दोनों ही इस घटना के बाद से फरार हैं।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फरार आरोपियों की तलाश में जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने का दावा कर रही है।

एक बार फिर नीले ड्रम में मिली पति की लाश: पत्नी और प्रेमी गिरफ्तार
अलवर, राजस्थान – राजस्थान के अलवर जिले में एक चौंकाने वाला क्राइम सामने आया है, जहाँ एक मजदूर की हत्या कर उसकी लाश को नीले ड्रम में छिपा दिया गया। पुलिस ने इस मामले में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना का खुलासा

मजदूर हंसराज का शव उसके घर में ही एक नीले प्लास्टिक के ड्रम में बंद मिला। लाश को तेज़ी से गलाने के लिए ड्रम में भारी मात्रा में नमक और पत्थर डाले गए थे, जिससे शव की पहचान करना भी मुश्किल हो गया था। पुलिस ने जांच शुरू की और मृतक की पत्नी सुनीता और मकान मालिक के बेटे जितेंद्र पर संदेह जताया।

अवैध संबंध बना हत्या का कारण

पुलिस की पूछताछ के बाद यह खुलासा हुआ कि हंसराज की हत्या उसकी पत्नी सुनीता और जितेंद्र ने मिलकर की थी। पुलिस ने बताया कि जितेंद्र और हंसराज एक ही ईंट-भट्ठे पर काम करते थे। इसी दौरान उनकी दोस्ती हुई, जिसका फायदा उठाकर जितेंद्र ने शराब के बहाने हंसराज से नजदीकी बढ़ाई। इसके बाद, उसने हंसराज की पत्नी सुनीता से अवैध संबंध बना लिए। इस अवैध संबंध के रास्ते में हंसराज बाधा बन रहा था, इसलिए दोनों ने मिलकर उसकी हत्या करने की योजना बनाई।


रील्स बनाने का शौक और गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि मृतक की पत्नी सुनीता को सोशल मीडिया पर रील्स बनाने का बहुत शौक था। इस घटना के बाद से ही सुनीता और जितेंद्र फरार हो गए थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। इस मामले ने एक बार फिर रिश्तों में विश्वासघात और धोखे के गंभीर परिणामों को उजागर किया है।

अलवर का ‘नीला ड्रम’ कांड: पत्नी और प्रेमी ने जन्माष्टमी की रात की हत्या

राजस्थान के अलवर जिले में एक बार फिर ‘नीले ड्रम’ की कहानी दोहराई गई है। यहां एक मजदूर हंसराज की हत्या का खुलासा हुआ है। उसकी पत्नी सुनीता और उसके प्रेमी जितेंद्र ने मिलकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

हत्या की पूरी कहानी

पुलिस की जांच में सामने आया है कि जितेंद्र शर्मा का रंगीन मिजाज रहा है और उसके कई महिलाओं से अवैध संबंध थे। हंसराज और जितेंद्र दोनों ही एक ही ईंट-भट्ठे पर काम करते थे, जहाँ उनकी दोस्ती हुई। इस दोस्ती का फायदा उठाकर जितेंद्र ने हंसराज को शराब पीने की लत लगाई और इसी दौरान हंसराज की पत्नी सुनीता के साथ अपना अफेयर शुरू कर दिया।


जन्माष्टमी की रात दिया वारदात को अंजाम
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हत्या की साजिश तब रची गई जब जितेंद्र की मां और बाकी परिवार के लोग जन्माष्टमी मनाने के लिए मंदिर गए हुए थे। इसी मौके का फायदा उठाकर सुनीता और जितेंद्र ने हंसराज का गला काट दिया। इसके बाद, उन्होंने शव को नीले ड्रम में डाला और उसे गलाने के लिए भारी मात्रा में नमक और पत्थर डाल दिए।


शव की खोज और गिरफ्तारी
अगले दिन, मकान मालिक की पत्नी जब मंदिर से वापस लौटीं, तो उन्हें घर से तेज बदबू आने लगी। जब उन्होंने जाकर देखा तो हंसराज, उसकी पत्नी और बच्चे, और मकान मालिक का बेटा जितेंद्र सब गायब थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब नीले ड्रम को खोला तो उसमें हंसराज का शव मिला। इसके बाद, पुलिस ने फरार आरोपियों की तलाश शुरू की और जल्द ही सुनीता और जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।
यह मामला एक बार फिर रिश्तों में धोखे और अवैध संबंधों के चलते होने वाले गंभीर अपराधों की ओर ध्यान खींचता है, और साथ ही मेरठ के ‘नीले ड्रम’ कांड की भी याद दिलाता है, जहां इसी तरह पति की हत्या कर उसकी लाश को ड्रम में छिपा दिया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *