
संवाददाता नरेश गुप्ता
नैमिषारण्य सीतापुर,– आध्यात्मिक और पौराणिक महत्व के स्थल नैमिषारण्य को एक विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में जारी प्रयासों को गति देने के लिए, आज जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने नैमिषारण्य का गहन दौरा किया। इस दौरान उन्होंने चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की और संबंधित विभागों के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि सभी परियोजनाएं निर्धारित समय-सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरी की जाएं।
जिलाधिकारी ने नैमिषारण्य में चल रहे प्रमुख प्रोजेक्ट्स का बारीकी से निरीक्षण किया, जिनमें नैमिषारण्य बाईपास, राजघाट, पार्किंग स्थल और चक्रतीर्थ के सौंदर्यीकरण कार्य शामिल हैं। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट मांगी और कार्य में आ रही संभावित चुनौतियों पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
मुख्य बिंदुओं पर जारी किए गए निर्देश:
- नैमिषारण्य बाईपास: जिलाधिकारी ने बाईपास के निर्माण कार्य में तेजी लाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस बाईपास के पूरा होने से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आवाजाही सुगम होगी और नैमिषारण्य में यातायात का दबाव भी काफी कम हो जाएगा, जिससे यहां आने वालों को बेहतर अनुभव मिलेगा।
- राजघाट का जीर्णोद्धार: राजघाट पर चल रहे सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार के कार्यों का निरीक्षण करते हुए, जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि इसे आकर्षक और सुरक्षित बनाया जाए। उनका उद्देश्य है कि श्रद्धालु यहां आकर शांति और सुकून का अनुभव कर सकें।
- वैज्ञानिक पार्किंग व्यवस्था: जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि पार्किंग स्थलों का निर्माण एक वैज्ञानिक और व्यवस्थित तरीके से हो, ताकि बड़ी संख्या में आने वाले वाहनों को पार्क करने में कोई असुविधा न हो। एक सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था से जाम की समस्या से बचा जा सकता है।
- चक्रतीर्थ का सौंदर्यीकरण: चक्रतीर्थ की स्वच्छता और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने इस स्थल की पवित्रता और सुंदरता को बनाए रखने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह नैमिषारण्य का हृदय है।
इस दौरान, जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं में किसी भी तरह की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को नियमित रूप से कार्यों की निगरानी करने और किसी भी समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के समय कई वरिष्ठ अधिकारी और संबंधित विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने विश्वास जताया कि इन विकास कार्यों के पूरा होने के बाद नैमिषारण्य की महिमा और भी बढ़ेगी, जिससे न केवल यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि यह क्षेत्र पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी उभरेगा। यह सभी प्रयास नैमिषारण्य को एक नई पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
