
संवाददाता नरेश गुप्ता
अटरिया सीतापुर, उत्तर प्रदेश में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली द्वारा महाराजा सुहेलदेव पासी पर की गई अभद्र टिप्पणी ने पूरे पासी समाज में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है. शौकत अली ने सोशल मीडिया पर महाराजा सुहेलदेव को ‘चोर’ कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद से प्रदेश भर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में, अटरिया कस्बे में लखन आर्मी संगठन ने शौकत अली का पुतला फूँका और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

आक्रोश की लहर और विरोध प्रदर्शन
शौकत अली की इस आपत्तिजनक टिप्पणी से पासी समाज की भावनाएं आहत हुई हैं. लखन आर्मी के तहसील अध्यक्ष रविंद्र पासी और सदस्य संदीप पासी ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की. उन्होंने बताया कि महाराजा सुहेलदेव पासी न केवल पासी समाज के बल्कि पूरे देश के लिए गौरव और सम्मान के प्रतीक हैं. उन पर इस तरह के अभद्र और निराधार आरोप लगाना अस्वीकार्य है.

लखनऊ, बहराइच, श्रावस्ती और सीतापुर सहित कई जिलों में पासी समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं. उन्होंने शौकत अली के खिलाफ नारे लगाए और उनके खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की. विरोध प्रदर्शनों में शामिल लोगों का कहना है कि यह केवल एक व्यक्ति की टिप्पणी नहीं, बल्कि एक पूरे समाज के इतिहास और गौरव पर हमला है.

कानूनी कार्रवाई और चेतावनी
लखन आर्मी और अन्य पासी संगठनों ने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि शौकत अली के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए. उनका कहना है कि इस तरह की टिप्पणी से समाज में वैमनस्य और अशांति फैल सकती है, जो राष्ट्रहित के खिलाफ है. यदि सरकार इस मांग को नजरअंदाज करती है, तो सभी पासी संगठन एकजुट होकर विधानसभा का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे.
इस मामले ने यह भी दर्शा दिया है कि राजनीतिक नेताओं को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीकों पर टिप्पणी करते समय बेहद सतर्क रहना चाहिए. पासी समाज ने इस अपमान को गंभीरता से लिया है और उन्होंने न्याय मिलने तक अपना आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया है.
क्या आप इस घटना से जुड़ी और कोई जानकारी जानना चाहेंगे, जैसे कि शौकत अली का इस पर क्या बयान आया है?
