
बटाईदार को लाठी-डंडों से पीटा, भूमि हड़पने की साजिश
संवाददाता,, नरेश गुप्ता
बिसवा सीतापुर: जिले के बिसवां थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025 को मधवापुर चौराहे पर बटाईदार मोहम्मद नसीम पर कुछ दबंगों ने जानलेवा हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल नसीम को इलाज के लिए ले जाया गया है, जबकि शिकायतकर्ता साधु ने पुलिस को तहरीर देकर अपनी और अपने बटाईदार की जान-माल की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
दुकान पर लेटे नसीम पर हुआ क्रूर हमला
शिकायतकर्ता साधु द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर के अनुसार, यह घटना तब हुई जब मोहम्मद नसीम अपनी दुकान पर लेटा हुआ था। तभी निर्मल, जानवती, सेवरी और चंद्रभाल सहित अन्य आरोपी वहाँ पहुँचे। इन सभी ने एक राय होकर नसीम पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बटाईदार को इस क्रूर पिटाई से गंभीर चोटें आई हैं। साधु ने बताया कि आरोपियों ने न सिर्फ नसीम को पीटा, बल्कि उसे माँ-बहन की गालियाँ भी दीं।
जान से मारने की धमकी और झूठे मुकदमे का खौफ
हमलावरों का दुस्साहस यहीं नहीं रुका। उन्होंने मोहम्मद नसीम को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि अगली बार उसे नहीं छोड़ेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने साधु को भी ‘काम तमाम’ करने की धमकी दी। साधु ने अपनी तहरीर में बताया कि आरोपी, जो उनके दूर के रिश्तेदार हैं, उनकी भूमि को हड़पने की साजिश रच रहे हैं। यह भूमि ग्राम मधवापुर मजरा जलालपुर और तहसील बिसवा में स्थित है।
साधु ने यह भी बताया कि उनका आरोपियों से कोई सीधा संबंध नहीं है, फिर भी वे जबरन ऐसी आपराधिक गतिविधियाँ कर रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हमलावरों ने धमकी दी है कि वे नसीम और साधु के खिलाफ बलात्कार का झूठा मुकदमा भी दर्ज करवा सकते हैं, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज, आगे की कार्रवाई जारी
इस गंभीर मामले को लेकर साधु ने तत्काल पुलिस से संपर्क किया और अपनी व बटाईदार की जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगाई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुकुल प्रकाश वर्मा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि पुलिस जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी और घटना के संबंध में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर जमीनी विवादों के खतरनाक नतीजों को उजागर कर दिया है, जहाँ रिश्तेदारी भी जमीन के लालच के सामने टूटती नजर आ रही है।
