
सीतापुर: ‘ऑपरेशन टाइगर’ को मिली बड़ी सफलता, बाघ-बाघिन के बाद शावक भी पिंजरे में कैद!
संवाददाता ,, नरेश गुप्ता
महोली सीतापुर: सीतापुर के महोली विकासखंड क्षेत्र में पिछले कई हफ्तों से चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन टाइगर’ को वन विभाग की टीम ने एक और बड़ी कामयाबी के साथ लगभग अंतिम मुकाम पर पहुंचा दिया है। पहले बाघिन और फिर बाघ को सुरक्षित पकड़ने के बाद, अब वन विभाग की टीम ने उनके एक शावक को भी अपने कब्जे में ले लिया है। इस लगातार मिल रही सफलता से स्थानीय ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, जो पिछले दो महीने से बाघों के आतंक से दहशत में जी रहे थे।

देर रात की कार्रवाई, शावक को किया गया ट्रेंकुलाइज
वन विभाग की विशेषज्ञ टीम ने यह कार्रवाई महोली के नरनी इलाके में देर रात की। जानकारी के अनुसार, बुधवार शाम अगस्त (गश्त) के दौरान टीम को नरनी गांव के पास शावक के मूवमेंट के निशान मिले। तुरंत ही टीम ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद, देर रात टीम ने शावक को ट्रेंकुलाइजर (Tranquilizer) गन से बेहोश कर सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया।

20 सितंबर से जारी था विशेष अभियान
दरअसल, यह पूरा अभियान 22 अगस्त को इसी क्षेत्र में बाघ के हमले में एक किसान की मौत होने के बाद शुरू हुआ था। इस घटना के बाद ग्रामीणों में भारी दहशत फैल गई थी और वन विभाग ने पूरे इलाके में विशेष अभियान चलाया था।
- 20 सितंबर को वन विभाग ने सबसे पहले बाघिन को सुरक्षित पकड़ा था।
- इसके बाद, 5 अक्टूबर की रात बाघ को भी ट्रेंकुलाइज कर पकड़ा गया।
- बुधवार, 8 अक्टूबर की देर रात, उनके एक शावक को भी पकड़ने में सफलता मिली।
बाघ और बाघिन को पकड़ने के बाद से ही टीम उनके शावकों की तलाश में सक्रिय थी, क्योंकि आशंका थी कि उनके साथ एक से अधिक शावक हैं।
चिकित्सीय जांच के लिए भेजा जाएगा जिला मुख्यालय
डीएफओ (DFO) नवीन खंडेवाला ने इस सफलता की पुष्टि करते हुए बताया कि पकड़े गए शावक को फिलहाल पिंजरे में सुरक्षित रखा गया है। उसे आवश्यक चिकित्सीय जांच के लिए जिला मुख्यालय भेजा जाएगा।
डीएफओ ने यह भी बताया कि शावकों की संख्या एक से अधिक होने की आशंका है, इसलिए दूसरे शावक की तलाश अभी भी जारी है। वन विभाग की टीम थर्मल ड्रोन कैमरों और ट्रैकिंग डिवाइस की मदद से जंगल और आसपास के गांवों में सघन कॉम्बिंग (Combing) कर रही है।
ग्रामीणों ने ली राहत की सांस, अधिकारियों ने की अपील
बाघ, बाघिन और अब शावक की गिरफ्तारी के बाद महोली क्षेत्र के ग्रामीणों ने चैन की सांस ली है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग की विशेषज्ञ टीम के अथक प्रयासों की जमकर सराहना की है।
अधिकारियों ने एक बार फिर लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी वन्यजीव के देखे जाने या किसी भी आपात स्थिति की सूचना तुरंत विभाग को दें, ताकि किसी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके और वन्यजीव को सुरक्षित बचाया जा सके।
