वाराणसी: राजातालाब
छात्र जीवन में किया गया कठोर परिश्रम ही व्यक्ति को महान बनाता है। पढ़ाई के दौरान छात्र को कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। लगातार प्रयास करते रहने से उसे एक न एक दिन सफलता अवश्य मिलेगी।कहा कि पढ़ाई के दौरान गरीब छात्रों के सामने संसाधन की समस्याएं अवश्य सामने आती है।परंतु कठोर परिश्रम करने वाले छात्र उन बाधाओं को भी आसानी से पार कर लेते है।यह बातें गंगापुर इंटर कॉलेज में यहां के पुरातन छात्र रहे आज के ही कुरौना गांव निवासी दीनानाथ सिंह ने कहीं।वह अपने विचार कॉलेज के छात्रों के साथ साझा कर रहे थे।वे 80 के दशक में कक्षा 12 तक इसी विद्यालय के छात्र रहे थे। उन्होंने अपनी परेशानियों को बांटते हुए कहां की इसी विद्यालय की देन है कि उन्हें तमाम उपलब्धियां हासिल हुई। बाद में किस तरह विभिन्न सरकारी संस्थानों में उच्च पदों पर काम करते हुए खुद एसोसिएशन ऑफ डिस्कवर्ड स्माल फील्ड ऑपरेटर संगठन बनाया जिसके वे महासचिव है। साथ ही गंगेश जिओ रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड मुंबई के सीईओ भी है।उन्होंने छात्रों से बताया कि वह इसी विद्यालय में पैर में बिना चप्पल पहने और जमीन पर बैठकर पढ़े हैं। विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य भागवत सिंह के आशीर्वाद और शिक्षकों के सहयोग से उन्होंने अपने जीवन में ज्ञानार्जन के साथ बड़ी उपलब्धि हासिल की। शिक्षक प्रणय कुमार सिंह ने दीनानाथ सिंह के उपलब्धियों और उनके जीवन वृत्त के बारे में विस्तार से बताया।
दिनानाथ सिंह का विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री प्रकाश सिंह तथा शिक्षक राजेश कुमार सिंह,रतन सिंह,लाल बहादुर सिंह,आनंद सिंह,प्रवीण सिंह,राममूर्ति यादव,हरिकेश प्रसाद,शीतला प्रसाद ने स्वागत किया। इस दौरान में विद्यालय के छात्र-छात्राओं भी भारी संख्या में उपस्थित रहे।
राजकुमार गुप्ता,
वाराणसी