एसएसपी ने आरोपी इंस्पेक्टर को किया निलंबित
पुलिस आरोपी अधिकारी को हिरासत में लेकरकर रही पूछताछ
जनपद से बाहर भेजने की तैयारी कर रहे पुलिस उच्चाधिकारी
दिनेश मिश्रा
शाहजहांपुर (उ०प्र०)
यूपी पुलिस के एक अधिकारी पर संगीन आरोप लगे हैं।मामला जनपद शाहजहांपुर से जुड़ा है।जहां बीजेपी नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिहं यादव ने इंस्पेक्टर नीरज यादव पिस्तौल तान कर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। बताया जाता है कि पांच लाख रुपये उधार लेने के बाद बीजेपी नेता के मांगने पर इंस्पेक्टर नीरज यादव दबंगई दिखाते हुए घर पहुंचे थे।इसके बाद उधार के पैसे मांगने को लेकर नीरज यादव आग बबूला होते हुए बीजेपी नेता वीरेंद्र पाल के घर पहुंच गये।
जहां उसने वीरेंद्र पाल सिंह यादव के निजी सचिव को उन्होंने बंधक बनाने का भी प्रयास किया गया।इंस्पेक्टर नीरज यादव की इस करतूत पर पुलिस अधीक्षक ने उसे निलंबित कर दिया और उसे जनपद से बाहर भेजने की तैयारी भी कर दी है।इस घटना के बाद इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच समिति गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।इंस्पेक्टर की करतूत का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
बीजेपी नेता वीरेंद्र पाल सिंह यादव की पुत्र वधू ममता यादव वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष है।पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र पाल सिंह यादव ने बताया कि 2020 में सेहरामऊ दक्षिणी थाने मे इंस्पेक्टर रहे नीरज यादव ने भाई के इलाज के लिए उनसे पांच लाख रुपये उधार लिए थे।बमुश्किल साढ़े तीन लाख रुपये लौटाए थे। उधारी के शेष रुपये न देने पर उन्होंने एसएसपी एस आनंद से शिकायत की थी।इसी बात से नाराज इंस्पेक्टर नीरज ने धमकाते हुए उन पर सरकारी पिस्टल तान दी और फायर भी कर दिया।फायर मिस हो जाने से वह बाल बाल बच गये।
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने पिस्टल छीन ली।इस पूरे प्रकरण को पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए इंस्पेक्टर नीरज यादव को निलंबित करते हुए उन्हें बाहर भेजने की निर्देश दिये हैं।इतना ही नहीं आरोपी इंस्पेक्टर नीरज यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।इस पूरे मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने जांच कराने के लिए टीम गठित की है।साइबर सेल प्रभारी नीरज यादव के रुपये लेने के मामले कई बार प्रकाश में आये हैं।