औरैया,पोषण किट मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के चेहरे खिल उठे

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिबियापुर में हुआ पोषण किट वितरण कार्यक्रम

औरैया, 9 दिसंबर 2022

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इसी क्रम में गेल इंडिया (भारतीय गैस प्राधिकार लिमिटेड) ने शुक्रवार को 13 टीबी रोगियों को पोषण किट प्रदान की गयी । पोषण किट मिलने से मरीजों के चेहरे भी खिल गए। इनमें कुछ मरीज आर्थिक रूप से बेहद कमजोर थे। पोषण किट मिलने पर ऐसे मरीज दुआएं देते हुए अपने घरों को लौट गए।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिबियापुर में आयोजित हुए पोषण वितरण किट कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.अर्चना सिंह ने बताया कि जनपद में टीबी रोगियों को अच्छे से अच्छा उपचार मुहैया कराया जा रहा है। एक्सडीआर टीबी जैसे मरीज भी यहां उपचारित किए गए है और आज स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। उन्होंने टीबी मरीजों से खानपान का विशेष ध्यान रखने और नशे से दूरी बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सभी हाल चाल जाना और आश्वासन दिया की किसी भी परिस्तिथि में निराश ना हों ।

गेल इंडिया लिमिटेड के सीएसआर प्रतिनिधि नवीन कुमार ने कहा कि सही समय से सही इलाज से टीबी पूरी तरह से ठीक हो सकती है। टीबी के लक्षण आने पर जल्द जांच और इलाज कराएँ । उन्होंने बताया कि दो हफ्ते तक खांसी, बुखार, रात में पसीना आना, भूख न लगना और लगातार वजन में गिरावट होना टीबी के प्रमुख लक्षण हैं | ऐसे लक्षण नजर आने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाकर टीबी की जांच कराकर चिकित्सक के निर्देशानुसार पूरा इलाज लें।

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एपी सिंह का कहना है कि टीबी के लक्षणों में सबसे प्रमुख खांसी है जो लंबे समय तक चलती है। 2-3 सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहती है। खांसी के साथ खून आता है। ऐसे लक्षणों वाले व्यक्ति को टीबी जांच की सलाह दें तथा उन्हें अस्पताल ले जाने में मदद करें। टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार लेने के लिए प्रेरित करें तथा जरूरत पड़ने पर उनके लिए पोषक आहार का प्रबंध करें।

ब्लॉक दिबियापुर के एक गाँव की रहने वाली 30 वर्षीया सुलेखा (बदला हुआ नाम) बताती हैं कि पोषण किट से उन्हें काफी मदद मिलेगी। संस्था के प्रतिनिधियों ने उन्हें बेहतर इलाज व जरूरत पड़ने पर किट देने का वादा किया है।

क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला पीपीएम समन्वयक रविभान सिंह ने कहा कि गोद लेने वाले मरीजों को निक्षय पोषण योजना के लाभ के साथ भूना चना, सत्तू, सोयाबिन, गुड़, मूंगफली, बिस्किट आदि का पैकेट भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि निक्षय पोषण योजना के तहत मरीजों को 500 रुपए दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जनपद में 1797 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है।

इस दौरान समरेश राय , सुरेंद्र कुमार , पॉल थॉमस , ऋषि , ऋषभ सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा।

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