हरदोई,अब फोन कॉल से ले सकते हैं काउंसिलिंग का सहारा

मानसिक विकारों से ग्रसित हैं तो करें टेली मानस में कॉल

कानपुर, 10 दिसंबर 2022

अगर आप नींद न आने, अत्यधिक तनाव, भ्रामक स्थिति में रहना या असफलता के बाद दबाव महसूस करते हैं तो आप मानसिक विकारों के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में टेली मानस सेवा में कॉल करके सहायता ले सकते हैं। इसके अलावा किसी भी मानसिक विकार की स्थिति में इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है। इससे घर बैठे ही मरीज को उचित परामर्श मिलेगा।

मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ.महेश कुमार ने बताया कि टेली मानस मरीजों के लिए सुलभ व्यवस्था है, जिससे मरीज अपने अंदर की बातें खुलकर बता सकता है। जिससे वह अपने को हल्का महसूस करेगा और उपचार भी हो सकेगा। मानसिक विकार कई प्रकार के होते हैं। कुछ जन्मजात होते हैं। लेकिन अब सभी प्रकार के मानसिक विकारों का उपचार संभव है। इसके लिए मरीज या तीमारदार टोल फ्री नंबर 1800914416 या 14416 पर कॉल कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस नंबर पर कॉल करने वाले की गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

जिला अस्पताल की साइकेट्रिक सोशल वर्कर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि टेली मानस द्वारा टेली मानसिक स्वास्थ्य सहायता और नेटवर्किंग सेवा के जरिए सभी को आसानी से मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस सेवा को प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित और अधिकृत काउंसलर लोगों की सहायता करेंगे। उन्होंने मानसिक विकारों की अवस्था से गुजरने वालों से इस सेवा का लाभ उठाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि जब व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता है और अपनी भावनाओं और व्यवहार पर नियंत्रण नहीं कर पाता है तो ऐसी हालत को मानसिक रोग कहते हैं। मानसिक रोगी आसानी से अपनी बातों और भावनाओं को दूसरे के सामने प्रकट नहीं कर पाते हैं। इसके चलते वह तनाव, अवसाद और नकारात्मकता के शिकार हो जाते हैं। इसलिए समय पर उसकी काउंसलिंग और इलाज की आवश्यकता होती है।

साथ ही बताया कि जिला अस्पताल के मनकक्ष में भी मानसिक विकारों से ग्रसित मरीजों की काउंसिलिंग की जाती है। उन्होंने बताया की मनकक्ष में हफ्ते में तीन दिन ओपीडी संचालित होती है। सोमवार , बुधवार और शुक्रवार को संचालित होने वाली ओपीडी में करीब 20 से 25 लोगों की काउंसलिंग प्रतिदिन होती है। कहा की यदि कोई कॉल के माध्यम से काउंसलिंग लेना चाहता है तो मन कक्ष के नंबर 7379374919 पर सुबह 8 से दोपहर दो तक क्लीनिकल सायकोलाजिस्ट सुधांशु से बात की जा सकती है।

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