इटावा,जिला महिला अस्पताल में स्किल वर्थ अटेंडटेंड प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

मातृ और शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए स्किल वर्थ अटेंडटेंस प्रशिक्षण बहुत जरूरी – डॉ कजली गुप्ता

इटावा 8 फरवरी 2023।

जिला महिला अस्पताल की हौसला ट्रेनिंग सेंटर में बुधवार को 21 दिवसीय स्किल बर्थ अटेंडेंट्स (एएसबी) प्रशिक्षण का मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ कजली गुप्ता व आरसीएच नोडल डॉ बीएल संजय ने शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया।

सीएमएस ने बताया कि जच्चा-बच्चा की बेहतर देखभाल के साथ मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए यह प्रशिक्षण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिससे डिलीवरी रूम में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार स्किल्ड टीम जब काम करेगी तो प्रसव जटिलताओं कम किया जा सकता है।

प्रशिक्षण दाता व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ यशमिता ने बताया कि मातृ शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए व प्रसव की जटिलताओं को कम करने के संदर्भ में इस प्रशिक्षण में कई तकनीकी बिंदुओं पर गहनता से जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रसव के बाद 24 घंटे मां और शिशु के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान उनकी विशेष देखभाल सुनिश्चित करनी आवश्यक होती है जैसे- सभी प्रकार के टीके लगाने का काम, खानपान और स्वच्छता के संदर्भ में जानकारी और प्रसूता को बच्चे की देखभाल संबंधी जानकारी देना आवश्यक होता है।
जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता सीपी सिंह ने बताया कि 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार जिला अस्पताल में 5 दिवसीय ट्रेनिंग होगी और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों को 16 दिन तक प्रथम संदर्भन इकाई (एफ आर यू) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरथना, जसवंतनगर व बसरेहर में प्रसव के दौरान उत्पन्न होने वाली जटिलताओं से निपटने के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों को प्रसव के दौरान सजग होकर कार्य करना और जिम्मेदारी से प्रोटोकॉल के तहत मरीज की देखभाल के संदर्भ में भी विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।
सीपी सिंह ने बताया एएसबी प्रशिक्षण के प्रथम चरण में एएनएम,स्टाफ नर्स और आयुष महिला चिकित्सकों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का दूसरा चरण मार्च में आयोजित किया जाएगा जिसमें अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।

स्किल वर्थ अटेंडेंट्स प्रशिक्षण ले रही स्टाफ नर्स योगिता यादव ने बताया कि आज के प्रशिक्षण में जच्चा बच्चा के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के संदर्भ में विशेष तकनीकी ज्ञान प्राप्त हुआ और प्रसूता के साथ संवेदनशील पूर्ण व्यवहार (प्रसव के दौरान आत्मीयता से व्यवहार प्रदर्शन) किस प्रकार करें इस संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई।
जसवंतनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की एएनएम ललिता ने बताया कि प्रशिक्षण में विस्तारपूर्वक समझाया गया प्रसव के दौरान गर्भवती को किसी भी तरह की समस्या हो तो गर्भवती को मानसिक संबल दिया जाए और प्रसव पूर्व की गई जांच का गहनता से अध्ययन करना आवश्यक है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम एसीएमओ व आरसीएच नोडल डॉ बीएल संजय,बाल रोग विशेषज्ञ डॉ गिरधारी व हॉस्पिटल मैनेजर सरताज, परिवार नियोजन एवं लॉजिस्टिक प्रबंधक अमित विश्वकर्माएएनएम स्टाफ नर्स अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *