शासन की मंशा के अनुरूप नहीं कर रहे कार्य
दिनेश मिश्रा
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है।थाना कलान के दृश्य को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वास्तव में राम
राज्य की स्थापना हो चुकी है।थाना कलान के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार सिंह शासन की मंशा के अनुरूप कार्य नहीं करते हैं।समय से ऑफिस मे बैठकर जनसुनवाई तक नहीं कर पाते।जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट और सख्त निर्देश हैं कि अधिकारी 10:00 बजे से 2:00 बजे तक नियमित रूप से अपने कार्यालयों में पहुंचकर जनता की समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण करें। लेकिन यहां उनका आदेश बेअसर दिखाई देता है।
थाना कलान के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार सिंह 11:00 बजे से पहले अपने आवास से ही नहीं निकल पाते।तो जनता की समस्याएं वह कैसे सुन पायें ?
इस पूरे घटनाक्रम से यह प्रतीत होता है कि शासन के निर्देश उनके लिए मायने नहीं रखते।
कलान पुलिस के संरक्षण में डग्गामार वाहनों से हो रही अवैध वसूली
एसएचओ ने अपने एक सजातीय डग्गामार वाहन स्वामी को दिया अवैध वसूली का ठेका
कलान-शाहजहांपुर
कस्बा कलान में स्थानीय पुलिस के संरक्षण में डग्गामार वाहनों से अवैध वसूली धड़ल्ले से की जा रही है।पुलिस द्वारा नियुक्त ठेकेदार कलान जलालाबाद और फर्रुखाबाद रोड पर चलने वाले नियमित डग्गामार वाहनों अवैध वसूली करता है।जबकि प्रदेश सरकार ने डग्गामार वाहनों से वसूली पर पूर्ण रूप से रोक लगा रखी है।लेकिन कलान में यह कार्य बदस्तूर जारी है।सूत्र बताते हैं कि डग्गामार बहनों से हो रही अवैध वसूली से मोटी रकम प्रभारी निरीक्षक के पास जाती है। मजे की बात तो यह है की प्रभारी निरीक्षक ने अपने सजातीय एक डग्गामार वाहन स्वामी को ही अवैध वसूली के लिए लगा रखा है।हरदोई से दिल्ली चलने वाली डबल डेकर बसों से भी अवैध वसूली की जा रही है।इस संबंध में कई डग्गामार वाहन संचालकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एक वर्ष पहले तक हम लोगों से ₹300 महीना वसूला जाता था।बाद में करीब 3 महीने तक वसूली नहीं की गई।लेकिन जबसे प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने कलान थाने का चार्ज संभाला है।तबसे वसूली की रकम बढ़ाकर 500 कर दी गई है।अब हम लोगों को ₹500 महीना देना पड़ता है।परिवार का भरण पोषण करने के लिए पुलिस को महीना तो देना ही पड़ेगा।पुलिस का विरोध करके हम अपने वाहन कैसे चला पाएंगे ?