हरदोई। मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ ने आईएमए, हरदोई के सहयोग से म्योकार्डिअल इन्फ्रक्शन के प्रबंधन और स्ट्रोक और एपिलेप्सी के इलाज में हुई प्रगति पर एक इंटरैक्टिव सेशन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न अस्पतालों और क्लीनिकों के चिकित्सा पेशेवरों ने भाग लिया। इन गंभीर चिकित्सा स्थितियों के निदान और उपचार में नवीनतम विकास और प्रगति को साझा करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम के दौरान सत्रों डॉ. नकुल सिन्हा, निदेशक-इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ और डॉ. अनूप कुमार ठक्कर, डायरेक्टर-न्यूरोलॉजी, मेदांता हॉस्पिटल, लखनऊ ने अपने संबंधित क्षेत्रों में इलाज में हुई महत्वपूर्ण प्रगति पर चर्चा की। दोनों ही वर्षों के अनुभव के साथ प्रसिद्ध चिकित्सक हैं।
म्योकार्डिअल इन्फ्रक्शन (एमआई) के मैनेजमेंट पर डॉ नकुल सिन्हा का सत्र इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी में नवीनतम प्रगति के साथ-साथ समय पर निदान और आपातकालीन देखभाल के महत्व पर केंद्रित था। उन्होंने रोगियों के लिए बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए एक मल्टी-स्पेशलिटी टीम के समन्वित प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।
स्ट्रोक और एपिलेप्सी में प्रगति पर डॉ.अनूप कुमार ठक्कर के सत्र में इन स्थितियों के लिए उपलब्ध नवीनतम निदान और उपचार विकल्पों को शामिल किया गया। उन्होंने हाल के वर्षों में की गई प्रगति पर प्रकाश डाला, जिसने रोगियों की देखभाल और परिणामों की गुणवत्ता में बहुत सुधार किया है।
इस कार्यक्रम में डॉ. आर.डी. मिश्रा, मेंटर- आईएमए, हरदोई, डॉ. ए.के. अस्थाना, प्रेसिडेंट- आईएमए, हरदोई, डॉ. सी. के. गुप्ता, वाईस-प्रेसिडेंट- आईएमए, हरदोई, डॉ. संदीप कटियार, सेक्रेटरी- आईएमए, हरदोई और डॉ. अखिलेश पटेल, ट्रेजरार- आईएमए, हरदोई की गणमान्य उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही।