बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग मना रहा है पोषण पखवाड़ा
गोरखपुर, 23 मार्च 2023
सही पोषण किशोरावस्था, गर्भावस्था, नवजात शिशु की अवस्था और बाल्यावस्था में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव करता है । मातृ शिशु मृत्यु दर को कम करने और टीबी, कोविड एवं इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों में जटिलताओं से बचाव में भी पोषण की अहम भूमिका है । इसी संदेश के साथ बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) द्वारा जिले में पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है । बीस मार्च से शुरू हुआ यह पखवाड़ा आगामी तीन अप्रैल तक चलेगा । इसी कड़ी में शहरी बाल विकास परियोजना के तत्वावधान में पादरी बाजार स्थित एक निजी मैरेज हॉल में गुरूवार को पोषण गतिविधियों का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे जिला कार्यक्रम अधिकारी हेमंत सिंह ने गतिविधियों का अवलोकन किया और पोषण के दिशा में किये जा रहे प्रयासों पर विशेष जोर देने का दिशा निर्देश दिया । उन्होंने पोषण के प्रति जन जन को जागरूक करने की अपील की और छाया ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (छाया वीएचएसएनडी) पर गर्भवती, किशोरी और बच्चों के पोषण स्तर का खास ध्यान रखने को कहा । कार्यक्रम के दौरान दो गर्भवती की गोदभराई, दो बच्चों का अन्नप्राशन और चार स्वस्थ बालक बालिकाओं को पुरस्कृत किया गया । बेहतर कार्य कर रही 13 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी पुरस्कृत किया गया । उन्होंने पोषण रैली को हरी झंडी दिखा कर रवाना भी किया ।
इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस बार पोषण माह में श्री अन्न या मोटा अनाज के प्रयोग के लिए सामुदायिक सहभागिता को बढ़ावा दिया जा रहा है। लोगों को संदेश दिया जा रहा है कि इस अन्न के प्रयोग से मधुमेह नियंत्रित रहता है । यह आंत के कैंसर में लाभदायक है और एन्टीऑक्सीडेन्ट का अच्छा स्रोत भी है । इससे वजन कम करने में सहायता मिलती है और यह मासिक धर्म में आ रही परेशानियों के दौरान भी राहत प्रदान करता है। इसके अलावा पखवाड़े के दौरान शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार के लिए सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्वस्थ बालक बालिका प्रतिस्पर्धा के आयोजन किये जा रहे हैं । इन आयोजनों से चुने गये स्वस्थ बच्चों को पुरस्कृत कर मिसाल के तौर पर पेश किया जा रहा है ताकि दूसरे अभिभावक भी अपने बच्चों का ध्यान रख सकें।
श्री सिंह ने बताया कि पोषण पखवाड़े के दौरान सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। सक्षम आंगनबाड़ी से आशय ऐसे केंद्रों से है जो पूरक पोषण कार्यक्रमों के माध्यम से पोषण सहायता, शुरूआती बचपन की देखभाल, शिक्षा व प्रोत्साहन और आधुनिक मानकों का पालन कर रहे हैं। ऐसे केंद्रों की कार्यकर्ताओं को सम्मानित कर प्रोत्साहित किया जा रहा है ।
इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रागिनी देवी, विजय लक्ष्मी देवी, सुनीता सिंह, उषा कुशवाहा, छाया देवी, संगीता देवी, गीता देवी, सरिता चौहान, अंजूम आरा, सीमा श्रीवास्तव, आशा पांडेय, शमा परवीन और विजय लक्ष्मी को बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया गया। छह माह के बच्चों फैज व शिवांशी का अन्नप्राशन संस्कार हुआ। लीलमती और रोली मौर्या की गोदभराई की गई । अरबाज, सर्वज्ञ नारायण गुप्ता, शिवांस और काव्या को स्वस्थ बालक बालिका के तौर पर पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर पोषाहार व मोटे अनाज से बने व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस अवसर पर पार्षद प्रतिनिधि अनिल कुमार सिंह, सीडीपीओ महेंद्र कुमार चौधरी, मुख्य सेविका मोहित सक्सेना, यूनिसेफ समन्वयक सुरेश कुमार तिवारी और परियोजना सहायक रजनीश चंद प्रमुख तौर पर मौजूद रहे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रेमलता, माधुरी, सरिता, सुमन, कंचन, शशिबाला, विजय लक्ष्मी और किरण ने कार्यक्रम में विशेष सहयोग किया।
सही पोषण व्यवहार अपनाया तो मिला इनाम
कार्यक्रम में स्वस्थ बाल के तौर पर पुरस्कृत 20 माह के बच्चे शिवांश के पिता दिवस कुमार ने बताया कि उनका बेटा आंगनबाड़ी केंद्र में पंजीकृत है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रागिनी द्वारा खानपान और साफ सफाई की जो भी जानकारी दी गयी उसे हमेशा अपनाया गया । बच्चे को स्तनपान के साथ साथ दो से तीन बार नाश्ता दिया जाता है । इस देखभाल के कारण बच्चा 9.5 किलो का है और स्वस्थ बाल के तौर पर चुन कर पुरस्कृत किया गया । केंद्र से मिलने वाले पुष्टाहार की भी इसमें अहम भूमिका है।