इटावा 11, अप्रैल 2023।
जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों के स्वस्थ और सुरक्षित जीवन के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी होता है । उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल में टीकाकरण बेहद ही सुरक्षित और असरदार है यह वैक्सीन कोल्ड चैन में रखी जाती हैं जिसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाती है और वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गीताराम का
सीएमओ ने बताया कि शून्य से 5 वर्ष तक के बच्चों के लिए टीकाकरण करवाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के उपरांत प्रतिकूल घटना के तहत जानकारी मिली पिछले हफ्ते टीकाकरण के बाद एक बच्चे की मृत्यु हो गई जो बहुत ही दुखद घटना है जिसके लिए तुरंत एक विशेषज्ञ टीम को गठित किया और जांच का आदेश दिया गया इसलिए मेरी सभी से अपील है कि भ्रांतियों से बचें बच्चों का टीकाकरण समय से करवाएं।
जांच टीम का नेतृत्व कर रहे एसीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ श्रीनिवास बताया कि टीकाकरण बच्चों के लिए पूर्णता सुरक्षित है टीकाकरण से हम अपने बच्चों को कई खतरनाक बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह हुई घटना बहुत ही दुखद है इसके लिए परिवार के सदस्यों के प्रति हम सब की संवेदनाएं हैं। डॉ श्रीनिवास ने बताया कि जांच के दौरान जिस एएनएम ने टीका लगाया उससे पूछताछ कर जिस बायल से टीका लगवाया गया उसकी जांच की गई और उस जांच के अनुसार उस बायल से और बच्चों की भी टीकाकरण किया गया वर्तमान में वह बच्चे पूर्णता स्वस्थ हैं और जिस बच्चे की मृत्यु हुई उसका पोस्टमार्टम हुआ उसके उपरांत पुलिस द्वारा बच्चे के विसरा को संरक्षित कर जांच के लिए भेजा जा चुका है जिसमें तथ्यात्मक रूप से बच्चे की मृत्यु का कारण स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने बताया कि विभागीय जांच टीम द्वारा इस संदर्भ में विशेष रिपोर्ट तैयार कर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और शासन को दी जा चुकी है।
जांच टीम में शामिल यूनिसेफ संस्था के डीएमसी अनिल तोमर ने बताया कि टीकाकरण पूर्णता सुरक्षित है लेकिन जब इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं तो वह समाज में लोगों को प्रभावित करती हैं इसलिए टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए यूनिसेफ सोशल मोबिलाइजेशन के लिए निरंतर काम करेगी और लोगों को टीकाकरण के बाद बच्चों की उचित देखभाल के संदर्भ में जानकारी प्रदान करेगी।
टीकाकरण के बाद क्या क्या सावधानियां रखें
जिला अस्पताल बाल रोग विशेषज्ञ डॉ शादाब आलम ने कहा कि टीकाकरण कराने के बाद हल्का बुखार होना इस बात का संकेत है कि वैक्सीन ने बच्चे के शारीरिक तंत्र पर सामान्य प्रभाव छोड़ा है यह बुखार प्राकृतिक रूप से किसी बच्चे को हल्का आता है या किसी को तेज लेकिन घबराने की जरूरत नहीं यह एक सामान्य प्रक्रिया है और एक-दो दिन में अपने आप ठीक हो जाता है।
डॉ आलम ने बताया कि टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक स्वास्थ्य केंद्र पर ही रुके ताकि किसी दुष्प्रभाव या विपरीत प्रभाव होने की अवस्था में बच्चे को तुरंत चिकित्सीय सहायता दी जा सके। उन्होंने बताया कि इंजेक्शन लगाए जाने की जगह न मलें न कोई दवा लगाएं,सूजन पर साफ कपड़े को ठंडे पानी में भिगोकर निचोड़ कर उस स्थान पर रखें। यदि बच्चे को बुखार आए तो एएनएम द्वारा दी गई पैरासिटामोल दवा दे। यदि टीकाकरण के पश्चात मां दूध पिलाए उसके उपरांत बच्चे को कमर के बल सीधा लिटाएं कोशिश करें बच्चे को लेट कर दूध न पिलाएं। टीकाकरण के बाद बच्चा यदि दूध नहीं पी रहा है और सहज क्रियाएं नहीं कर रहा है तो उसे तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें किसी भी प्रकार की देरी न करें।