मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जनपदवासियों से लक्षण दिखते ही कोविड जांच की अपील की
गोरखपुर, 24 अप्रैल 2023
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा है कि कोविड की चेन तोड़ने के लिए (टेस्टिंग, आईसोलेशन, ट्रीटमेंट) टीआईटी का मंत्र अपनाना होगा । इस मंत्र को अपनाने से कोविड की चेन टूटेगी और साथ में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से इस बीमारी का प्रसार भी थम जाएगा । उन्होंने जनपदवासियों से अपील की है कि लक्षण दिखते ही कोविड की जांच अवश्य कराएं। जांच की सुविधा सरकारी प्रावधानों के तहत जिले भर में उपलब्ध है । घर से बाहर निकलें तो मास्क लगाएं और समय समय पर हाथों को साबुन पानी या सेनेटाइजर से 40 सेकेंड तक साफ करते रहें ।
सीएमओ ने बताया कि सभी ब्लॉक स्तरीय सीएचसी व पीएचसी, शहर के 23 स्वास्थ्य केंद्रों, एयरपोर्ट, बीआरडी मेडिकल कॉलेज और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान समेत कुल 45 राजकीय अस्पतालों में कोविड जांच की सुविधा उपलब्ध है । जिला अस्पताल के बगल में स्थित संक्रामक रोग अस्पताल और चरगांवा पीएचसी पर सुबह आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक कोविड जांच की सुविधा दी जा रही है । जिले में इस समय कोविड मरीजों की संख्या सवा सौ से अधिक पहुंच चुकी है । सुखद तथ्य यह है कि मरीज घर पर ही इलाज से ठीक हो जा रहे हैं । कोविड टेस्टिंग वाले स्थानों पर ही कोविड से बचाव के दवा की किट भी रखवा दी गई है । लक्षणयुक्त व्यक्ति जांच कराने के बाद घर में आइसोलेट होकर दवा का सेवन करेंगे तो आसानी से ठीक हो जाएंगे और उनके जरिये दूसरे किसी में कोविड का संक्रमण नहीं होगा ।
डॉ दूबे ने बताया कि इस समय जो कोविड मरीज पाए जा रहे हैं उनमें सर्दी, जुकाम, बुखार और बदन दर्द सामान्य लक्षण हैं । इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें । ऐसा करने वाला व्यक्ति दूसरों को भी कोविड संक्रमित कर सकता है। सह रूग्णता जैसे मधुमेह, ह्रदय रोग, कैंसर आदि से ग्रसित मरीजों को ऐसे व्यक्ति के सम्पर्क में आने से ज्यादा खतरा होता है । कोविड मरीजों के सभी निकट सम्पर्कियों को भी कोविड की जांच अवश्य करवानी चाहिए ।
प्रतिदिन 1200 की औसत सैम्पलिंग
कोविड सैम्पलिंग के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जिले में प्रतिदिन 1000-1200 लोगों की कोविड जांच की जा रही है । लक्षणों के बावजूद जांच न करवाने वाले दूसरों के लिए संक्रमण का कारण बन रहे हैं। ऐसे लोगों के जरिये कोविड संक्रमण को रोकने का एक प्रमुख उपाय यह भी है कि जब भी घर से बाहर जाएं मास्क अवश्य लगाएं। होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों की मदद के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 38 रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) और शहरी क्षेत्र में 14 आरआरटी का गठन किया गया है ।
यह सावधानियां आवश्यक
• सभी लोग मास्क लगाएं, शारीरिक दूरी का पालन करें, समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करें।
• सार्वजनिक स्थानों की दीवार, रेलिंग, खिड़की और दरवाजों को छूने से बचें।
• अनावश्यक रूप से कहीं पर भी भीड़ ना लगाएं।
• बच्चे, बीमार और बुजुर्ग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
• यथासंभव प्रयास करें कि शादी समारोह या अन्य उत्सव में कम से कम लोग प्रतिभाग करें।
• सार्वजनिक आयोजन खुले में ही किए जाएं या जहां पर क्रास वेंटिलेशन हो।
• अस्पताल जाएं तो कोविड प्रोटोकॉल का और सख्ती से पालन करें।