अब तक करीब 7000 जरूरतमंद क्षयरोगियों को लिया गया गोद
कानपुर 17 मई 2023
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत सामाजिक संस्थाएं, विभिन्न संगठन और व्यक्तिगत तौर पर लोग टीबी ग्रसित मरीजों की मदद को आगे आकर स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर काम करने को तैयार हैं। इसी शृंखला में मंगलवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ बृजेन्द्र सिंह ने कुल पांच क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषक आहार के साथ भावनात्मक सहयोग भी प्रदान किया।
कुलपति डॉ बृजेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से उन्होंने टीबी मरीजों को गोद लेने की पहल की है । उनका कहना है की टीबी रोगियों के लिए दवा के साथ प्रोटीन युक्त पोषक आहार का सेवन बहुत ही जरूरी होता है। धन के अभाव में बहुत से टीबी रोगी पोषक खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अब उन्होंने भरपूर सहयोग करने का आश्वासन दिया है। उनका कहना है कि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने के लिए सभी के साझा प्रयास की बड़ी जरूरत है। उन्होंने गोद लिए गए सभी क्षय रोगियों से उनके स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधित बिंदुओं पर वार्ता की। साथ ही समय पर मरीजों से स्वयं बातचीत कर उनका हालचाल लेते रहने के लिए कहा।
जिला कार्यक्रम समन्वयक राजीव सक्सेना का कहना है की टीबी मरीजों को मिली भावनात्मक सहयोग, पुष्टाहार और दवा का असर हो रहा है। टीबी मरीजों की सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। उनका कहना है की टीबी रोग से ग्रस्त मरीजों को समय-समय पर इलाज और पौष्टिक आहार मिले तो वे जल्द स्वस्थ होंगे। उन्होंने जनमानस से अपील की कि जिले में टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भावनात्मक, पोषण सहायता एवं राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मिलने वाली सभी निश्शुल्क सुविधाएं एवं उपचार सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि मरीजों को अपने पोषण पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा दवाई नियमित रूप से खानी चाहिए। किसी भी समस्या होने पर तत्काल सरकारी चिकित्सालय में संपर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया की अब तक जनपद में लगभग सात हज़ार जरूरतमंद क्षयरोगियों को विभिन्न संस्थाओं व संगठनों द्वारा गोद लिया जा चुका है।
क्या कहा गोद लिये हुए मरीज़ों ने:-
नवाबगंज क्षेत्र निवासी 24 वर्षीय नसैफ ने बताया कि उन्हें सीएसए विश्विद्यालय के कुलपति ने गोद लिया है। पोषण आहार भी प्रदान किया है । हमारी समस्याएं जानने का प्रयास किया और उन समस्याओं का निराकरण भी किया। साथ ही लगातार दवा एवं पौष्टिक आहार लेने का सुझाव भी दिया ।
सुखपुरवा क्षेत्र निवासी 26 वर्षीय श्रीमती जया सिंह का कहना है कि विभाग की ओर से उनका उपचार किया जा रहा है। कहा की कुलपति ने आज हमारा हालचाल लिया और टीबी के खिलाफ लड़ाई में उनका भी बढ़ाया।
आजादनगर निवासी 36 वर्षीय विशाल कक्ष का कहना है कि जब से टीबी की बीमारी हुई है तब से विभाग लगातार उनका उपचार कर रहा है। कहा की कुलपति ने आश्वासन दिया है की हर माह पोषण आहार मिलेगा और लगातार उनसे संपर्क कर उनका हालचाल भी लिया जायेगा । कहा की विभाग द्वारा बताया जाता है की नियमित रूप से दवा का सेवन करके बिल्कुल स्वस्थ हुआ जा सकता है।