सीतापुर,आयुष्मान कार्ड ने शंभू दयाल की जिंदगी में भरीं भरी खुशियां

– आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पताल में हुआ कूल्हे का ऑपरेशन

सीतापुर। आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान के तहत बनने वाले आयुष्मान कार्ड गरीब और जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इस कार्ड के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग गंभीर रूप से बीमार लोगों का इलाज कर उन्हें नया जीवन देने का काम कर रहा है। कुछ ऐसी ही कहानी है सिधौली कस्बे के गांधीनगर उत्तरी वार्ड के निवासी 61 वर्षीय शंभू दयाल की।
शंभू दयाल बताते हैं कि करीब 10-12 साल पहले एक दिन वह सड़क हादसे में घायल हो गए, जिससे उनके कूल्हे की हड्डी टूट गई। इसके बाद उनका उठना-बैठना और चलना-फिरना मुश्किल हो गया था। उन्होंने कई निजी चिकित्सकों को दिखाया। चिकित्सकों ने उन्हें जल्द ही ऑपरेशन कराने की सलाह दी और इसमें एक लाख रुपए से अधिक का खर्च बताया। घर की गली में एक छोटी से दुकान कर अपना और अपनी पत्नी का पेट पालने वाले शंभू दयाल के लिए इस धनराधि की व्यवस्था करना बेहद कठिन काम था। ऐसे में मई 2022 में वह अपना आयुष्मान कार्ड लेकर स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया, तो पता चला कि यह आयुष्मान कार्ड के माध्यम से देश भर के चिन्हित निजी अथवा सरकारी किसी भी अस्पताल में उनका बिना किसी खर्च के ऑपरेशन हो सकता है। संकट की इस घड़ी में यह आयुष्मान कार्ड उनके लिए वरदान साबित हुआ। इसी कार्ड के माध्यम से जिले के एक निजी अस्पताल में उनके कूल्हे का सफल ऑपरेशन किया गया। इस ऑपरेशन पर कुल 1,01,850 रुपए का खर्च आया और यह पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया गया। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार की यह योजना हम गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
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*इन बीमारियों में मिलता लाभ —*
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ डॉ. राजशेखर ने बताया कि योजना के अंतर्गत कुल 2,250 बीमारियों को सम्मिलित किया गया है, जिसमें मातृ स्वास्थ्य और प्रसव या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, आंखों की सर्जरी, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियां, डायरिया, मलेरिया आदि भर्ती की स्थिति में निःशुल्क उपचार की सुविधा प्रदेश के विभिन्न आयुष्मान सूचीबद्ध चिकित्सालयों में उपलब्ध है।
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*कहां और कैसे बनेगा आयुष्मान कार्ड —*
कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. अभियान सिंह ने सभी पात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वह अपना आयुष्मान कार्ड बनवा लें, जिससे कि भविष्य में आवश्यकता पड़ने में इस योजना से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने बताया कि कोई भी लाभार्थी अपना आधार कार्ड, राशन कार्ड, श्रमिक बोर्ड से पंजीकृत पहचान पत्र, प्रधानमंत्री या फिर मुख्यमंत्री की चिट्ठी इत्यादि ले जाकर किसी भी जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सीएचसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, जन सेवा केंद्र पर जाकर निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।

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