गोरखपुर, बंसफोर समुदाय की हुई स्वास्थ्य जांच, परिवार नियोजन सेवाएं दी गयीं

पुर्दिलपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र और निजी क्षेत्र की संयुक्त पहल से मिली सेवाएं

नियमित टीकाकरण और मातृत्व स्वास्थ्य सम्बन्धित सेवाएं भी दी गयीं

गोरखपुर, 21 अगस्त 2023

पुर्दिलपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के बैंक रोड स्थित बंसफोर समुदाय के लोगों की पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत स्वास्थ्य जांच की गयी और उन्हें पहली बार शिविर लगा कर परिवार नियोजन सेवाएं दी गयीं । यह पहल शहरी स्वास्थ्य केंद्र और निजी चिकित्सक ने संयुक्त तौर पर की। इस मौके पर नियमित टीकाकरण और मातृत्व स्वास्थ्य सम्बन्धित सेवाएं भी दी गयीं विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के तहत हुए इस कार्यक्रम का शुभारम्भ अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी और स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ व सर्जन डॉ मधु गुलाटी ने किया ।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि निजी चिकित्सक डॉ मधु ने इच्छा जताई थी कि मलिन बस्ती के लोगों और बंसफोर समुदाय से जुड़े लोगों को स्वास्थ्य व परिवार नियोजन सेवाएं दिलवाने में वह मददगार बनेंगी । उन्होंने अपने अस्पताल परिसर को आऊटरीच और परिवार नियोजन कैम्प के लिए उपलब्ध करवाया । आयोजन में पीएसआई इंडिया संस्था और उनकी प्रतिनिधि प्रियंका सिंह ने मदद किया । कैम्प में पहुंचे लाभार्थियों की स्वास्थ्य जांच की गयी । बच्चों का नियमित टीकाकरण किया गया। गर्भवती की जांच की गयी और सभी को छोटे परिवार का महत्व समझाया गया। पंद्रह से अधिक नव दंपति को शगुन किट दिया गया।

डॉ चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम के जरिये संदेश दिया गया कि लड़की की शादी कम उम्र में नहीं करनी है । शादी के दो साल बाद ही पहला बच्चा प्लान करना है। दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखना है। अगर परिवार पूरा हो जाए तो स्थायी साधन नसबंदी अपना सकते हैं। लंबे समय का आईयूसीडी भी एक बेहतर विकल्प है। शहर के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के अस्थायी साधन उपलब्ध हैं । शहरी स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के समन्वयक सुरेश सिंह चौहान की देखरेख में अन्य इलाकों में भी ऐसे कैम्प प्लान किये जाएंगे।

शिविर में पहुंचीं बंसफोर समुदाय की खुशी (20) ने बताया कि उनकी शादी दो साल पहले हुई है। परिवार नियोजन के बारे में खास जानकारी न होने के कारण पहला बच्चा जल्दी हो गया और वह डेढ़ साल का है। बच्चे की देखरेख अच्छे तरीके से हो सके, इसके लिए वह कोई साधन अपनाना चाहती थीं। आशा कार्यकर्ता शशि त्रिपाठी ने उन्हें इस कैम्प के बारे में जानकारी दिया था । कैम्प में पहुंच कर उन्होंने सभी साधनों के बारे में जानकारी लिया और आईयूसीडी लगवाने का निर्णय लिया और इसे लगवा लिया है। यह पांच साल के लिए लगाई गई है और जरूरत पड़ने पर इसे निकलवा सकते हैं । यह भी बताया गया है कि कोई दिक्कत होने पर आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क करना है ।

पुर्दिलपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुला गुप्ता, चिकित्सा अधिकारी डॉ कृति यादव,स्वास्थ्यकर्मी अफरोज, रूबी राय, राकेश, रेनू सिंह, शशि त्रिपाठी, लता, नर्वदा, माधुरी, पायल, आशा रानी और निर्मला ने
आयोजन में सहयोग किया ।निजी क्षेत्र से डॉ निमिका, डॉ नसीबा, साधना, शकील, सद्दाम, नीलम, रुकसाना, केसर, रचना
और नजमा ने सेवाएं दिलाने में मदद किया ।

बैठक से मिली प्रेरणा
डॉ मधु गुलाटी ने बताया कि परिवार नियोजन समीक्षा बैठक में वह सीएमओ कार्यालय गयी थीं। बैठक के दौरान उन्हें पता चला कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में निजी क्षेत्र की अहम भूमिका है।

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