हरदोई(अम्बरीष कुमार सक्सेना)शिक्षक समाज का दर्पण होता है क्योंकि शिक्षक के गोद में सृजन और विनाश दोनो पलते हैं। यदि परमहंस रामकृष्ण , समर्थ रामदास, चाणक्य जैसे सद्गुरु शिष्य को मिल जाय तो विवेकानंद, शिवाजी ,और चन्द्रगुप्त जैसे व्यक्तित्व का निर्माण कर काल और समाज को नयी दिशा प्रदान करते है। उक्त उद्बोधन डाॅ.त्रिमल सिंह ने डाॅ.राम मनोहर लोहिया स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अल्लीपुर, हरदोई के बी.एड. विभाग के बच्चो के मध्य कहे। डाॅ. सिंह ने कहा कि महाविद्यालय के बच्चो की तैयारी प्रयोगात्मक परीक्षा हेतु तैयार किये गये अभिलेखो को देखकर मन प्रसन्न है कि इतनी मेहनत और सिद्दत से बच्चो ने तैयारी की है ।
इस अवसर डाॅ.शशिकान्त पाण्डेय ने कहा कि महाविद्यालय के बी.एड विभाग के विगत नौ वर्षो से अनवरत सभी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी मे उत्तीर्ण हो रहे उसका कारण योग्य शिक्षको का कुशल मार्गदर्शन और बच्चो का अथक परिश्रम ही है ।
महाविद्यालय प्रबन्धक डाॅ.सुशील चन्द्र त्रिवेदी”मधुपेश ” संकल्पना के अनुसार बी.एड. विभाग लगातर सरकारी और गैरसरकारी संस्थानो मे चयनित होकर हमे गौरवान्वित कर रहे है । इस महाविद्यालय का बी.एड. एक मात्र कोर्स नही वरन चयन होने के आधारभूत तैयारी का काम करता है जिसके परिणामस्वरूप स्वरूप जनपद सर्वाधिक चयन इसी महाविद्यालय के बच्चो के होते आये है।
इस अवसर पर डा विवेक बाजपेई, आनन्द विशारद, मेघा गुप्ता,सुमन कुशवाहा, मुकेश कुमार, शिवम शुक्ला आदि शिक्षक गण उपस्थित रहे।