दैवी आपदा बज्रपात, ओलावृष्टि, बाढ़ और भूकंप के समय सावधानी बरतना जरूरी: अम्बरीष
हरदोई।आज नेहरू म्युनिसिपल कन्या इण्टर कालेज, शाहाबाद में दैवी आपदा बज्रपात, ओलावृष्टि, बाढ़ और भूकंप के संबंध में छात्राओं और शिक्षिकाओं को जागरूक किया गया। सभी ऐसी परिस्थितियों में सावधानी बरतने का सुझाव दिया गया।उपस्थित सभी छात्राओं एवं शिक्षिकाओं ने सावधानी हटी,दुर्घटना घटी का नारा बुलंद करते हुए अपने आस पास के क्षेत्रों में भी लोगों को जागरूक करने का संकल्प लिया।
नेहरू म्यु. कन्या इण्टर कॉलेज में विशेषज्ञ अम्बरीष कुमार सक्सेना ने कहा कि दैवी आपदाओं से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन आवश्यक है।
उन्होंने छात्राओं को दैवीय आपदा भूकंप, बाढ़, आग, ओलावृष्टि, बज्रपात जैसी अन्य आपदाओं से संबंधित किसी भी अचानक आने वाली समस्या से निपटने के उपाय बताए।
श्री सक्सेना ने कहा कि दैवीय, प्राकृतिक आपदा के समय कुशल संयोजन और प्रबंधन काम आता है। हालांकि समस्या के आने के बाद उचित जानकारी के अभाव में आपदा विकराल रूप ले लेती है और नागरिकों की जान जोखिम में पड़ जाती है।
कहा कि दैवी आपदा से सुरक्षा हेतु इंटर कॉलेजों में छात्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षित छात्र इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। यही वजह है कि जिले के इंटर कॉलेजों में पठन-पाठन करने वाले छात्र छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से ग्रामीणों को अधिक लाभ मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्र से विद्यालयों में पढ़ने जाने वाले छात्र-छात्राएं जब दैवीय आपदाओं से निपटने का प्रशिक्षण लिए रहेंगे तो किसी प्रकार की यदि आपदा आती है तो उससे निपटने के लिए लोगों को सजग कर देंगे।
बताया कि प्रशिक्षित विद्यार्थी आपदा स्थल पर पहुंचकर बज्रपात,ओलावृष्टि, बाढ़, भूकंप और सूखे आदि के समय पीड़ितों के त्वरित पुनर्वास और पुनर्वास के लिए आपदा प्रबंधन टीम की मदद कर सकते हैं। वे बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूकता भी फैला सकते हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद प्रसाद का निर्देश है कि सभी कालेजों में यह जागरुकता जरूरी है। आपदा जैसी समस्या से निपटने के लिए यह प्रशिक्षण छात्र छात्राओं सहित समाज के लिए उपयोगी साबित होगा।
इस अवसर पर प्रधानाचार्या नूरुल हुमा ,विज्ञान शिक्षिका सरिता रानी, ऊषा देवी,रुचि पांडेय, आयशा परवीन, नोडल ऑफिसर पुष्पांजली श्रीवास्तव आदि प्रमुख रुप से मौजूद रहे।