शाहजहांपुर, डॉक्टर ने दिव्यांग नाबालिग मरीज से मांगी रिश्वत,की अभद्रता

(पीड़ित _ दिव्यांग अंश दुबे)

पीड़ित ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर की कार्रवाई की मांग

कलान-शाहजहांपुर
डाक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है लेकिन यहां एक डॉक्टर का हैवानियत का रूप सामने आया है।कलान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात डॉ दिनेश ने नाबालिग दिव्यांग किडनी पेशेंट से रिश्वत मांगी और रिश्वत न देने पर अभद्रता की।

( शिकायत कर्ता – कमलेश दुबे )
नगर पंचायत कलान के सूर्यनगर वार्ड निवासी कमलेश दुबे ने मुख्यमंत्री को भेज प्रार्थना पत्र में बताया है कि वह अपने 14 वर्षीय 80% दिव्यांग पुत्र अंश दुबे जो की किडनी का पेशेंट है।जिसका इलाज दिल्ली के एम्स से जन्म से ही चल रहा है।वह अपने बेटे को लेकर दवा लेने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलान गया था।उसे बेटाडिन लोशन और पट्टी की आवश्यकता थी।क्योंकि कमलेश लोशन को सीआईसी करने के काम में लाता है।आरोप है कि पीएचसी पर तैनात आयुष चिकित्सक डॉ० दिनेश ने उसके बेटे की पर्ची पर बेटा दिन लिक्विड और पत्ती फार्मासिस्ट से देने हेतु लिख दी।डॉ०दिनेश ने उससे ₹500 की रिश्वत मांगी।जब उसने और उसके बेटे ने गरीबी का हवाला देकर रिश्वत देने से मना किया तो डॉ० दिनेश उसके लाचार दिव्यांग बेटे से गाली गलौज एवं अभद्रता करते हुए कहने लगा कि साले गरीब घर में पैदा क्यों हुआ ? इतना ही नहीं आयुष चिकित्सक दिनेश ने कमलेश दुबे से पर्चा लेकर कलम से बेटाडिन लोशन काट दिया।डॉ० ने कहा मेरे क्लीनिक पर आना।यहां सरकारी अस्पताल में दवाइयां नहीं है। सरकार सिर्फ दावे तो करती है। लेकिन पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल हैं।तू मेरा दक्ष नाम से क्लीनिक है वहां आना और नियमित पट्टी करना घाव ठीक हो जायेगा।आरोप है कि डॉ ने यह भी कहा कि कहीं शिकायत की तो जान से मार दूंगा।उसने बताया कि वह गरीब,लाचार एवं सीधा व्यक्ति है।
कमलेश ने मुख्यमंत्री,स्वास्थ्य मंत्री,जिला अधिकारी,मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पत्र भेजकर रिश्वत मांगने,अभद्रता करने वाले आयुष चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
आपको बता दें कि आयुष चिकित्सक डॉ० दिनेश का विवादों से गहरा नाता है।बुधवार को भी धर्मपुर निवासी मृतक सोनू दीक्षित के परिजनों ने भी इसी डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था।

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