(रिपोर्ट नरेश गुप्ता)
राहगीर पन्नी और गत्ते जलाकर सेंक रहे हाथ,
अटरिया सीतापुर, प्रदेश में न्यूनतम पारा छह डिग्री सेल्सियस के आसपास डोल रहा है और पछुआ हवा कांपने पर मजबूर कर रही है, लेकिन अब तक सरकारी अलाव ठंडे पड़े हुए हैं। तहसील प्रशासन ने मुख्य स्थानों पर अलाव जलवाने का दावा किया था । पड़ताल करने पर किसी भी स्थानों पर लकड़ी ही पड़ी नहीं मिली। वहीं, अन्य निकाय क्षेत्रों में अभी तक अलाव जलाने की सुध नहीं ली गई है।
अटरिया, के बनौगा, व नीलगाव चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं
तहसील प्रशासन ने अटरिया चौराहो पर अलाव लगवाने का दावा किया था।किन्तु अभी तक किसी भी दिन यहां पर लकड़िया नहीं पड़ी मिली। इसके चलते चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं की जा सकी। यहां आसपास के लोग व राहगीर भी परेशान नजर आए।
पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दिया है, लेकिन प्रशासन को इसकी जरा सा भी भनक नही है।अभी तक प्रशासन में कुछ मुख्य चौरहा पर अलाव की कोई व्यवस्था नही कराई गई है। तहसील सिधौली के अटरिया के मुख्य चौरहा पर अभी तक अलाव की ब्यवस्था नही किया गया है,अलाव तो छोड़िए चौराहे पर अलाव के नाम पर खानापूर्ति भी नहीं की गई है।
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी… भीषण ठंड में भी अधिकारी नहीं कर पाए अलाव की व्यवस्था, गरीब बेहाल
राहगीर पन्नी और गत्ते जलाकर सेंक रहे हाथ, अधिकारियों की फाइलें इधर से उधर घूम रहीं!
कड़ाके की ठंड से ठिठुरते लोगों ने गर्मी के लिए पन्नी व के गत्तों को जलाकर आग तापते नजर आए। लोगों ने बताया कि हर ठंड में अलाव ऐसे ही जलता है
भला कहीं कहीं तो तहसील के कर्मचारी आकर एक ठूठ रखकर जलाकर लोगों को आसपास खड़े करते हुए फोटो वीडियो बना लेते हैं। उसके बाद कोई इधर ध्यान तक नहीं देता है। मगर यहा तो वह भी नसीब हुआ है जब अधिकारियों से इस संबंध में कहा जाता है तो उनके द्वारा अलाव जलवाने का आश्वासन मात्र ही मिलता है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी का कहना है कि अलाव जलवाने को लेकर सम्बंधित से जानकारी की जा रही है।