संवाददाता, नरेश गुप्ता
स्थाई बस स्टैंड ना होने से यात्री परेशान, सड़क पर बेतरतीब खड़ी रहती हैं गाड़ियां
अटरिया सीतापुर!
नेशनल हाईवे किनारे बसे गांव कस्बे का रूप लेते जा रहे हैं। मार्केट भी बढ़ती जा रही है। लोगों का आवागमन भी बढ़ रहा है। इसके बाद भी राहगीरों के लिए गांवों में बस अड्डा की सुविधा नहीं है। राहगीर सड़क किनारे खड़े होकर वाहनों का इंतजार करते हैं।
तहसील मुख्यालय से करीब 12 किमी. दूर अटरिया बंडा नेशनल हाईवे के किनारे बसे अटरिया, मऊ, शीतल पुरवा, बहादुरपुर, गंगापुर, छावन, गनेरा, नयागांव, रनुवा पारा, गुलरिया रघुनाथपुर, मदनापुर, फरीदपुर, लहूरीवान, रिवान कला, पश्चिम गांव, पृथ्वी पृथ्वीपुर वा, तराई क्षेत्र के दर्जनों गाँव के लोग रोजाना लखनऊ वा सीतापुर व हरदोई ही नहीं बाराबंकी तक कि यात्रा करते हैं, इन्हें सुविधा प्रदान करने के लिए अटरिया गांव से होता हुआ काइ साल पहले नेशनल हाईवे बनाया गया है यहा यात्रियों के लिए वाहन का इंतजार करने के लिए कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं। आसपास के कई गांव से यात्री आकर अटरिया में चिलचिलाती धूप और बारिश में हाईवे के किनारे खड़े होकर घंटों वाहनों का इंतजार करते हैं। । राहगीरों को प्राइवेट बसों और डग्गामार वाहनों पर महंगा किराया देकर सफर करना पड़ता है। यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सिधौली तहसील के अटरिया चौराहे पर नेशनल पर रोडवेज बस स्टॉप न होने से यात्रियों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पड़ोसी जनपद लखनऊ की सीमा से सटे होने के कारण यहां हजारों यात्रियों का आवागमन प्रतिदिन होता है। ट्रेनों की संख्या कम होने से आवागमन का एकमात्र जरिया सरकारी बस व निजी वाहन हैं। यहां रोडवेज बसों का आवागमन तो होता है लेकिन, वह कब कहां आएगी इसकी समय सारणी किसी को मालूम नहीं है। जिससे इसका लाभ यात्रियों को नहीं मिल पा रहा है। अटरिया में बस स्टॉप बनाने के लिए दो बार शासन में प्रस्ताव भेजा जा चुका है। बसपा शासनकाल में भी अटरिया के आसपास वाहन अड्डा बनाने की स्वीकृति की मांग की गई थी लेकिन, जमीन उपलब्ध न होने से यह कवायद ठंडे बस्ते में चली गई। समाजसेवीयों का कहना है कि इस क्षेत्र का विकास अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो सका है। रोडवेज बसों के ठहरने का समुचित स्थान निश्चित न होने के कारण अटरिया के आसपास के सैकड़ों गाँवों से आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी होती है। कई बड़े नेताओं का कहना है कि रोडवेज बस स्टॉप बनवाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।