अटरिया,ठण्ड से सार्वजनिक स्थानों पर ठिठुर रहे लोग, नहीं जले अलाव

रिपोर्ट आशीष पाल

अटरिया सीतापुर : कोहरे के साथ ही मौसम में गलन और ठिठुरन बढ़ी है, पर इससे निपटने के इंतजाम नाकाफी हैं।जनपद के सिधौली के अटरिया मे स्थानों पर अलाव नहीं जलवाए जा सके हैं।सिधौली या अन्य कुछ स्थानों पर जो जलवाए भी गए हैं, वह भी एक दो घंटे के बाद ठंडे पड़ जाते हैं। इससे लोग चौराहों पर ठिठुरने को विवश हैं। कुछ स्थानों पर लोग आपसी सहयोग से अलाव जलवाकर ठंड से निजात पाने का प्रयास करते दिखे। स्वतंत्र ख़बर टीम में अलाव जलाए जाने की पड़ताल की तो चौराहों पर अलाव विहीन तस्वीर सामने आई है

रिपोर्ट.. अटरिया ग्राम पंचायत में अब तक अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कस्बे में चौराहों के पास अलाव नहीं जलता मिला, जिससे सन्नाटा नजर आया। पंचायत अधिकारी ने कस्बे में प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए जाने का दावा किया है। मुख्य चौराहे पर भी अलाव नही जलवाए गए हैं।अटरिया ग्राम पंचायत प्रशासन ने पिएचसी, थाना चौराहा के पास, मुख्य चौराहा, टेंपो स्टैंड, स्टेशन मोड़, व बनौगा पुलिया के पास अलाव जलाने के दावे फेल है

अचानक बदले मौसम की वजह से हाँडकपा देने वाली ठंड के बावजूद सार्वजनिक स्थलों पर अलाव नही जलने से लोग ठंड से ठिठुरते रहे। जिसके कारण राहगीरो के साथ ही मजदूर वर्ग व आटों रिक्शा चालक परेशान दिखे। सड़को पर ठंड से बचाव के लिए खुद लोग अलाव जलाते हुये दिखे। वही पंचायत प्रशासन सिर्फ कागजों पर ही अलाव जलवा रही है। अचानक हुये मौसम में बदलाव के बावजूद प्रशासन ने अलाव जलाना मुनासिब नहीं समझा। दो दिनों से अचानक खराब मौसम के बाद बरसात रूपी व बर्फीली हवा से सूर्य भगवान का दर्शन न होने से ठंड से लोग कांपते रहे। ठंड से बचने के लिए गर्म ऊनी कपडे पहनकर लोग सड़क पर निकले। कस्बा अटरिया संयुक्त रूप से कई दर्जन ग्राम सभाओं मुख्य भूमिका रहती है। जहाँ पर काफी यात्री इकट्ठे होते रहते हैं। तथा आटों चालकों के भी जमावड़ा रहता है। बस स्टैंडों रूपी चौराहों आदि सार्वजनिक जगहों पर अलाव न जलने से ठंड से परेशान यात्री व राहगीर खुद अलाव जला रहे है। इधर तहसील प्रशासन अलाव को लेकर उदासीन बना हुआ है। मौसम में उतार चढाव के बावजूद प्रशासन ने अलाव जलाना मुनासिब नहीं समझा। इस सम्बन्ध लोगों को कहना है। कि बस व ट्रेन के लिए लोगों को इंतजार करना पड़ता है। लेकिन ठंड को देखते हुए बस स्टैण्डों नुक्कड़ चौराहों पर कहीं अलाव जलता नही दिख रहा है। जबकि ठन्ड़ के प्रकोप से राहत बचाव के तहत शासन द्वारा तहसील प्रशासन को धन भी उपलब्ध कराया जा चुका है। इस सम्बंध में जब तहसीलदार सिधौलीव ग्राम सचिव से जरिये फोन बात की गयी तो उन्होंने बताया कि धन का अभाव है। लेकिन क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा अलाव जलवाया जा रहा है क्षेत्रय लेखपाल आपको अलाव जलने की जगह बता देंगे। लेकिन जब क्षेत्रीय लेखपाल से अलाव जलने की जगह पूछी गयी तो उन्होंने अलाव न जलने की बात स्वीकार की।

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